परीक्षाओं के टलने से कई स्टूडेंट्स हो गए ओवर एज

LUCKNOW: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों में ये मुहावरा बन चुका है कि पहले प्रीलिम्स फिर मेन उसके बाद इंटरव्यू यह तीन बाधाएं साल दो साल के इंतजार के बाद जब पार हो जाती हैं तो कई बार न्यायालय में मामला चला जाता है। जिसके बाद इस प्रक्रिया में 2 से 3 साल का समय लग जाता है। वहीं इधर दो साल से कोरोना संक्रमण के कारण कई प्रतियोगी परीक्षाएं टाली गई हैं, जिसके कारण कई स्टूडेंट तो ओवर एज भी हो गए हैं। ऐसे स्टूडेंट्स मांग कर रहे हैं कि उन्हें इन एग्जाम में शामिल होने का मौका दिया जाए जिससे उनका भविष्य बर्बाद होने से बच जाए।

ढाई साल लगे फाइनल रिजल्ट में

2018 के पीसीएस एग्जाम को संपन्न कर फाइनल रिजल्ट देने में करीब ढाई साल का वक्त लगा है। इस एग्जाम का फाइनल रिजल्ट फरवरी 2021 में आया है। वहीं लोअर सबोर्डिनेट और समीक्षा अधिकारी की परीक्षाएं भी पिछले एक दशक से समय पर संपन्न नहीं हुई हैं।

दूसरे प्रदेश के लोग भी देते हैं एग्जाम

पीसीएस में दूसरे प्रदेशों के छात्र भी आवेदन करते हैं। वैकेंसी की संख्या चाहें जितनी भी हो पीसीएस में आवेदनकर्ताओं की तादात 14 से 16 लाख तक होती है। प्रतिवर्ष दो से ढाई लाख ऐसे छात्र होते हैं जिनका अंतिम अटेंड होता है। प्रदेश में लखनऊ, प्रयागराज इन परीक्षाओं की तैयारी करने वालों का गढ़ माना जाता है। प्रयागराज में करीब 60000 से अधिक छात्र इसकी तैयारी कर रहे हैं वहीं लखनऊ में करीब 25000 छात्र इसकी तैयारी कर रहे हैं।

बाक्स

ये पड़ रहा असर

- ओवर एज होने के कारण बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो जाएगा

- बाकी स्टूडेंट्स को भी आगे एग्जाम देने के कम चांस मिलेंगे

- अच्छी तैयारी वाले स्टूडेंट्स को किसी दूसरी फील्ड के बारे में सोचना होगा

- स्टूडेंट्स का मनोबल टूटने से वे डिप्रेशन का भी शिकार हो सकते हैं

कोट

हम लोगों को सीनियर से गाइडेंस मिलता है और जब हम यह देखते हैं कि सीनियर योग्य होने के बावजूद ओवर एज हो रहे हैं और एग्जाम से बाहर हो रहे हैं तो दुख होता है। सरकार को ओवर ऐज होने वाले छात्रों को मौका देना चाहिए।

अंकुर वर्मा, प्रतियोगी छात्र

कोरोना के दौरान एग्जाम पोस्टपोन किया गया। हम लोग पूरी तैयारी किए थे और पढ़ाई का खर्च भी बढ़ता जा रहा है। लगातार उम्र सीमा बढ़ती जा रही है जिससे काफी तनाव है।

वीरेंद्र, प्रतियोगी छात्र

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं देर से हो रही हैं। एक एग्जाम कंप्लीट होने में 2 से 3 साल का वक्त लग जाता है। ऐसे में महामारी के कारण एग्जाम चलता है तो हमारी समस्याएं बढ़ती हैं।

मुकेश प्रजापति, प्रतियोगी छात्र

वे लोग जो ओवर एज होकर एग्जाम से बाहर हो जाते हैं तो हमें बहुत निराशा होती है। सरकार से निवेदन है कि ऐसे छात्रों को मौका दें और लोक सेवा आयोग भी इस पर विचार करें।

विवेक वर्मा, प्रतियोगी छात्र

बोले जिम्मेदार

ओवर एज होने वाले छात्रों का मामला मेरे विभाग से संबंधित नहीं है फिर भी मुख्यमंत्री के सामने यह विषय रखा जाएगा। इस पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा।

दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम

महामारी के कारण एग्जाम को टाला गया है। जल्दी ही एग्जाम कराया जाएगा। छात्रों की परेशानी का हमें एहसास है जल्दी ही स्थिति सामान्य होते ही एग्जाम करा लिया जाएगा।

अरविंद कुमार मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक, लोक सेवा आयोग यूपी

Posted By: Inextlive