- परिजनों का डॉक्टरों पर लापहरवाही का आरोप

- अस्पताल प्रशासन ने मामले को फर्जी बताया

LUCKNOW: राजधानी के लोहिया संस्थान के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां डॉक्टर ने एक जीवित मरीज को मृत घोषित कर दिया था। परिजन जब शव लेकर घर पहुंचे तो सांस चलती हुई मिली। ऐसे में आनन फानन में परिजन महिला को एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल लेकर गये। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से उनके मरीज की यह हालत हुई है। हालांकि अस्पताल प्रशासन द्वारा इस प्रकरण को फर्जी बताया जा रहा है।

घर पर सांस चलती मिली

राजधानी के सालेहनगर निवासी 53 वर्षीय सुखरानी देवी को उनका बेटा सुनील सांस की समस्या होने पर गुरुवार को लोहिया संस्थान लेकर पहुंचा। बेटा सुनील ने बताया कि उनकी मां को सांस की समस्या और शुगर की बीमारी है, जिसके कारण उनको लेाहिया लेकर गए। उनकी कोविड रिपोर्ट भी निगेटिव थी, लेकिन रविवार अचानक डॉक्टर ने बताया कि उनकी मां की मौत हो गई है। हालांकि घर लेकर पहुंचे तो मां की सांस चलती मिली, जिसके फौरन बाद घर पर ही ऑक्सीमीटर लगाने पर पल्स ऑक्सीजन लेवल दिखाई देने लगा। सुनील का आरोप है कि अगर मां की मौत हो चुकी है तो ऑक्सीमीटर पर कैसे दिखा रहा है। लोहिया के डॉ। एसएस त्रिपाठी की लापरवाही की वजह से उनकी मां की यह हालत हुई है। उन्होंने ही पर्चे पर शाम को 5:27 की मौत लिखी है जबकि उनकी मां जीवित हैं। ऐसे में उनको दूसरे अस्पताल लेकर जा रहे हैं। हालांकि संस्थान का ऐसी लापरवाही से साफ इंकार है। प्रवक्ता डॉ। श्रीकेश सिंह का कहना है कि मामला पूरी तरह से फर्जी है। इस तरह पर्चे पर डेथ सर्टिफिकेट नहीं बनाकर दिया जाता है। अब यह किसने किया है यह देखने वाली बात है। इसकी जांच कराई जाएगी।

Posted By: Inextlive