- एलयू के नियम के अनुसार अपेयरिंग स्टूडेंट्स के एडमिशन फंसे

- सेशन 2015-17 बैच को एमएड में एडमिशन का मौका नहीं

LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी में इस बार एमएड एडमिशन को लेकर असमंजस की स्थिति है। दरअसल, लखनऊ यूनिवर्सिटी व प्रदेश की दूसरी यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध बीएड कॉलेजों में दो साल का पहला बीएड सत्र अगस्त में पूरा होगा। दो साल के बीएड में एडमिशन 2015 में हुए थे। उस बैच के स्टूडेंट्स का यह चौथा सेमेस्टर है। उनके एग्जाम जून में होंगे जबकि रिजल्ट अगस्त तक जारी होंगे। ऐसे में यह स्टूडेंट्स मई, जून में होने वाले एंटे्रंस एग्जाम में शामिल नहीं हो सकेंगे। यूनिवर्सिटी के नियम के अनुसार अपेयरिंग छात्र एमएड के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं। इसकी वजह से एमएड एडमिशन के लिए आवेदन की संख्या पिछले साल की तुलना में काफी कम रहने की उम्मीद है।

एक साल के बीएड वालों पर फैसला नहीं

उधर, एडमिशन समिति इस बात पर कंफ्यूज है कि अब चूंकि बीएड दो साल का हो चुका है तो ऐसे में एक साल वाले बीएड डिग्री धारकों को मौका दिया जाएगा या नहीं। यदि एक साल वालों को मौका नहीं मिलता है और दो वर्ष वाले आवेदन नहीं कर पाएंगे। वहीं सूत्रों की मानें तो एमएड का यह सत्र शून्य भी हो सकता है। इसको लेकर प्रवेश समिति जल्द ही वीसी के पास एक प्रस्ताव भेजेगी। जिस पर यह निर्णय लिया जाएगा कि एमएड का कोर्स इस साल संचालित किया जाएं या बंद कर दिया या फिर केवल एक साल के बीएड करने वालों को ही मौका दिया जाएं। वीसी की ओर से इस पर निर्णय होने के बाद ही एमएड कोर्स पर आगे कुछ कार्रवाई शुरू होगी।

अभी इस कोर्स लेकर कुछ भी तय नहीं हुआ है। एमएड कोर्स के एडमिशन प्रक्रिया को लेकर वीसी से जल्द मीटिंग की जाएगी।

प्रो। अनिल मिश्रा, एडमिशन कोऑर्डिनेटर

Posted By: Inextlive