नवंबर से शुरू होगा लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे का काम
- जमीन अधिग्रहण समेत अन्य तैयारियां हुई पूरी
- उन्नाव में डेवलप होगा रिजर्व फॉरेस्ट, ताकि बनी रहे हरियाली LUCKNOW : बस इंतजार की घडि़यां समाप्त होने वाली है। हम बात कर रहे हैं लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे की। पूरी संभावना है कि नवंबर माह से इस एक्सप्रेस वे का काम शुरू कर दिया जाए। इसके लिए संबंधित विभागों की ओर से तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। इस एक्सप्रेस वे के बनने के बाद लखनऊ से कानपुर और कानपुर से लखनऊ की दूरी बेहद कम समय में तय की जा सकेगी। बढ़ रहा है ट्रैफिकलखनऊ-कानपुर हाईवे पर लगातार व्हीकल लोड बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से कई बार वाहन सवारों को जाम रूपी समस्या का सामना करना पड़ता है। त्योहार के दौरान तो स्थिति और भी ज्यादा विकराल हो जाती है। जाम की वजह से स्कूटर इंडिया चौराहा, सरोजनी नगर से लेकर बनी तक पहुंचने में लोगों को कई बार एक घंटे से भी ज्यादा का समय लग जाता है। इसकी वजह से लोगों को लखनऊ-कानपुर की दूरी अधिक लगने लगती है।
इस वजह से एक्सप्रेस वे जरूरीकानपुर होकर लखनऊ आने वाले या लखनऊ होकर कानपुर जाने वाले लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए ही लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे का खाका खींचा गया था। चूंकि प्रोजेक्ट खासा बड़ा और महत्वपूर्ण है, इस वजह से इसे शुरू करने से पहले तकनीकी बिंदुओं पर खासा होमवर्क किया गया है। जिससे निर्माण के दौरान किसी भी प्रकार की कोई बाधा सामने न आए।
ताकि बनी रहे हरियाली एक्सप्रेस वे के रास्ते में पेड़ भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में हरियाली मेनटेन रखने के लिए भी योजना बनाई गई है और इसका टेंडर भी हो चुका है। निर्माण के दौरान जितने भी पेड़ हटाए जाएंगे, उनके स्थान पर या उन्हें ही उन्नाव में डेवलप किया जाएगा। पहले इसे अन्य स्थान पर डेवलप करने की योजना थी लेकिन उन्नाव में जगह मिलने के कारण वहीं पर ही ग्रीनरी डेवलप की जाएगी। वैसे यह भी प्रयास किया जा रहा है कि एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान कम से कम पेड़ हटाए जाएं। 6 लेन की एलिवेटेड रोडलखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे को आठ लेन के हिसाब से प्लान किया गया है। मतलब इसकी डिजाइनिंग आठ लेन के मद्देनजर ही तैयार कराई गई है। अब डिटेल प्रोजेक्ट की बात की जाए तो शहीद पथ से लेकर बनी तक सिंगल पिलर पर करीब छह लेन की एलिवेटेड सड़क बनेगी। जिससे शहीद पथ से लेकर बनी की दूरी बेहद कम समय में पूरी की जा सकेगी।
एनई 6 का दर्जा जानकारी के अनुसार, इस राजमार्ग के ऊपर एलीवेटेड एनई छह होगा। पूरे देश में पांच एनई (नेशनल एक्सप्रेस वे) हैं, और अब लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे छठा होगा। एक्सप्रेस-वे एक नजर में 62.76 किमी। कुल लंबाई 4500 करोड़ का डीपीआर स्वीकृत नवंबर 2018 में 7 मार्च 2019 को केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने किया शिलान्यास 15 दिसंबर 2020 को एनई 6 डिक्लेयर 2 माह बाद निर्माण कार्य शुरू होगा 2023 तक निर्माण पूरा होने का लक्ष्य वर्जन जमीन अधिग्रहण समेत सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पूरी उम्मीद है कि नवंबर या उससे पहले ही लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने के बाद निश्चित रूप से पर्यटन और व्यापार को खासा फायदा होगा। - दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि