Lucknow News: लिवर सिरोसिस से पीड़ित बच्चों में बार-बार इंफेक्शन होना एक बड़ी समस्या है। जिसके कारण उनको बार-बार अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है। संजय गांधी पीजीआई के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के डॉ. मोइनक सेन शर्मा ने अपनी रिसर्च में इसके पीछे का कारण खोज निकाला है।


लखनऊ (ब्यूरो)। लिवर सिरोसिस से पीड़ित बच्चों में बार-बार इंफेक्शन होना एक बड़ी समस्या है। जिसके कारण उनको बार-बार अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है। संजय गांधी पीजीआई के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के डॉ। मोइनक सेन शर्मा ने अपनी रिसर्च में इसके पीछे का कारण खोज निकाला है। जिसमें पाया गया कि लिवर में दबाव बढ़ने से आंतों में रिसाव से प्रतिरोधी बैक्टीरिया खून में चले जाते हैं। इससे बच्चों के शरीर में बार-बार इंफेक्शन होने पर अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। इस रिसर्च के लिए डॉ। मोइनक को जापान के क्योटो में एशिया पैसिफिक एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लिवर कार्यक्रम में इंवेस्टिगेटर अवार्ड से सम्मानित किया गया है।55 बच्चों पर हुई रिसर्च
डॉ। मोइनक ने निदेशक प्रो। आरके धीमान और गैस्ट्रोइंटोलॉजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ। यूसी घोषाल के निर्देशन में 6-18 वर्ष की उम्र के लिवर सिरोसिस से पीड़ित बच्चों पर रिसर्च किया। जिसमें विभाग में आने वाले 55 बच्चों को शामिल किया गया था। डॉ। मोइनक ने बताया कि इस रिसर्च में सेंटर ऑफ बायो मेडिकल रिसर्च के डॉ। आशीष गुप्ता की मदद से आंत की पारगम्यता व अन्य जांच के लिए इन बच्चों की आंत में पाली एथलीन ग्लाइकोल दवा दी। जो बाद में जांच के दौरान इन बच्चों के पेशाब में यह दवा पायी गई। ऐसे में दवा का असर न होने के कारण इंफेक्शन होने के कारण इन बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा था।खून में एंडोटॉक्सिन का स्तर बढ़ा मिलारिसर्च में शामिल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ। चिन्मय साहू व पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ। उज्ज्वला घोषाल ने छोटी आंत के तरल पदार्थ और एसाइटिस की कल्चर जांच की। जिसमें नए प्रतिरोधी बैक्टीरियां मिले। खून में एंडोटॉक्सिन का स्तर बढ़ा हुआ था। रिसर्च में पाया कि सिरोसिस के बच्चों में जोखिम का कारण आंत में रिसाव है। इन्हें प्रोटीन युक्त भोजन देकर कुछ हद तक राहत दी जा सकती है।ट्रीटमेंट में मिलेगा फायदाडॉ। मोइनक ने आगे बताया कि इस रिसर्च की मदद से बार-बार होने वाले संक्रमण की वजह का पता चलता है। ऐसे में आगे इस समस्या के ट्रीटमेंट के लिए एंटीबायोटिक्स या प्रोबायोटिक्स की भूमिका पर रिसर्च की जरूरत है। जिससे बेहतर ट्रीटमेंट इन बच्चों को दिया जा सकेगा।रिसर्च में पाया गया कि आंत में रिसाव के कारण लिवर सिरोसिस से पीड़ित बच्चों में बार-बार इंफेक्शन हो रहा है। ऐसे में इसके सही ट्रीटमेंट के लिए आगे रिसर्च करने की जरूरत है।-डॉ। मोइनक सेन शर्मा, पीजीआई

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