Lucknow News: चाय की ऐसी चुस्की जो आपको राहत और ठंडक देने के साथ-साथ स्ट्रेस फ्री रहने में भी मदद करेगी तो वहीं दूसरी तरफ हेल्थ डिं्रक भी आपको हेल्दी और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करेगा। इन दो प्रोडक्ट्स को राजधानी स्थित एनबीआरआई के साइंटिस्ट ने कमल के फूल से बनाया है।

लखनऊ (ब्यूरो)। चाय की ऐसी चुस्की जो आपको राहत और ठंडक देने के साथ-साथ स्ट्रेस फ्री रहने में भी मदद करेगी, तो वहीं दूसरी तरफ हेल्थ डिं्रक भी आपको हेल्दी और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करेगा। इन दो प्रोडक्ट्स को राजधानी स्थित एनबीआरआई के साइंटिस्ट ने कमल के फूल से बनाया है। यह पूरी तरह से एक नेचुरल प्रोडक्ट है। संस्थान जल्द ही इसके कमर्शियल यूज के लिए किसी कंपनी के साथ करार करेगी।

मिलेंगे कई फायदे
डॉ। केजी सिंह ने बताया कि कमल की नई वैराइटी 'नमो 108' को डेवलप किया था, जिसमें 108 पंखुड़ियां निकलती हैं, यह बेहद अनूठा फूल है। वहीं, चाय और सूदिंग ड्रिंक बनाने वाले साइंटिस्ट डॉ। शरद श्रीवास्तव ने बताया कि चाय का नाम अमृता और हेल्थ ड्रिंक का नाम अमृत रखा गया है। चाय अमृता की खासियत यह है कि यह लोटस पेटल से बनी है। अभी तक मार्केट में कोई ऑथेंटिक लोटस टी नहीं है। इस चाय में एंटी ऑक्सीडेंट और रीजुविनेटिंग खूबियां मिलती हैं। साथ ही पिंक कलर आता है। यह टीबैग में है और ग्रीन टी की ही तरह इसे भी गर्म पानी के साथ तैयार करना होगा। आप स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें लाइम या हनी का भी इस्तेमाल कर सकते है।

ताकत व स्फूर्ति मिलेगी
सूथिंग ड्रिंक अमृत को कमल ककड़ी की राइजोम और हनी से बनाया गया है। इसमें शुगर नहीं यूज की गई है। इन दोनों के इस्तेमाल से कोई नुकसान नहीं है। यह ड्रिंक आपको ताकत व स्फूर्ति देने का काम करेगी। इसके हैंडओवर को लेकर काम चल रहा है। कई कंपनियों ने इसको लेकर इंट्रेस्ट दिखाया है। उम्मीद है कि जल्द ही यह मार्केट में उपलब्ध हो सकेगी।

जल्द ट्रांसफर होगी विधि
एनबीआरआई निदेशक डॉ। अजीत कुमार शासनी ने बताया कि संस्थान द्वारा लगातार नए-नए प्रोडक्ट्स तैयार किए जा रहे हैं। कमल के फूल से बनी चाय और हेल्थ ड्रिंक्स में एंटी माइक्रोबियल एलीमेंट्स होते है, जो हेल्थ और इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं। साथ ही स्ट्रेस में भी राहत मिलेगी। जल्द ही इसके कमर्शियल यूज के लिए कंपनी से करार किया जाएगा, ताकि लोग इसका अधिक से अधिक फायदा उठा सकें।

कमल में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल समेत अन्य खूबियां होती हैं। जल्द ही कंपनी से करार कर टेक्नोलॉजी हैंडओवर की जायेगी।
-डॉ। अजीत कुमार शासनी, निदेशक, एनबीआरआई

Posted By: Inextlive