बिजली बचाने में लखनवाइट्स बेजोड़
- अप्रैल से लेकर जून माह तक लोगों ने करीब ढाई लाख एलईडी बल्ब खरीदे
- एलईडी ट्यूबलाइट्स खरीदने वालों की संख्या रही करीब 13 हजार LUCKNOW :अरे शर्मा जी, आपने तो हर कमरे में एलईडी बल्ब लगा दिए, क्या बात है। शर्मा जी ने जवाब दिया, गुप्ता जी एलईडी बल्ब लगाने से बिजली बचत होती है और बिल भी कम आता है। गुप्ता जी इतना प्रभावित हुए कि अगले ही दिन उन्होंने भी अपने घरों में एलईडी बल्ब लगवा लिये। यह तो महज एक काल्पनिक कहानी है लेकिन हकीकत यही है कि बिजली बचाने और भारी भरकम बिल से बचने के लिए ज्यादातर शहरवासी अपने घरों में एलईडी बल्ब या ट्यूबलाइट्स लगवा रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट्स खरीदने में शहरवासियों ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के तहत आने वाले 17 अन्य जिलों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
बिक्री के आकड़ें (14 अप्रैल से 30 जून 17) शहर बल्ब ट्यूबलाइट्स लखनऊ 2,39,788 12,879उन्नाव 5,890 641
लखीमपुर 6,879 107 सीतापुर 3,083 53 हरदोई 13,422 275 रायबरेली 15,047 167 फैजाबाद 41,647 2,299 सुल्तानपुर 11,124 247 अमेठी 9,148 204 बाराबंकी 9,279 137 अंबेडकरनगर 12,631 2,013 गोंडा 39,121 2,273 बहराइच 8,939 114बलरामपुर 6,219 78
श्रावस्ती 4,078 40 बरेली 70,029 8,697 पीलीभीत 6,656 97 शाहजहांपुर 11,138 279 बदायूं 5,649 79 कुल 5,19,767 30,679 सिर्फ जून माह के आकड़ें शहर बल्ब ट्यूबलाइट्स लखनऊ 85,630 1,663 उन्नाव 3,235 333लखीमपुर 3,581 53
श्रावस्ती 2,507 11 बरेली 19,386 167 पीलीभीत 4,337 75 शाहजहांपुर 7,555 253 बदायूं 5,649 79 कुल 2,02,293 5,504 शहर में 50 वॉट के फैन भी बिके एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट्स के साथ-साथ शहरवासियों ने 50 वॉट के फैन भी खूब खरीदे हैं। अकेले जून माह में ही दो हजार से अधिक फैन खरीदे गए हैं। यह आकड़ा भी अन्य जिलों के मुकाबले कहीं अधिक है। जबकि अगर अप्रैल से लेकर जून तक की बात की जाए तो शहरवासियों ने करीब 7 हजार फैन 50 वॉट के खरीदे हैं। फैन के आकड़े एक नजर में (14 अप्रैल से 30 जून 17) शहर फैन लखनऊ 7063 उन्नाव 127 लखीमपुर 9 सीतापुर 0 हरदोई 122 रायबरेली 13 फैजाबाद 1,417 सुल्तानपुर 71 अमेठी 41 बाराबंकी 81 अंबेडकरनगर 98 गोंडा 267 बहराइच 48 बलरामपुर 30 श्रावस्ती 22 बरेली 1,908 पीलीभीत 62 शाहजहांपुर 53 बदायूं 52 कुल 11,484 सीतापुर में स्थिति खराब जो आकड़े सामने आए हैं, उससे साफ है कि सीतापुर में एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट्स खरीदने वालों की संख्या बेहद कम है। वहीं फैन तो किसी ने भी नहीं खरीदा है। इसी तरह श्रावस्ती में महज 40 लोगों ने ही 20 वॉट ट्यूबलाइट्स खरीदी हैं। यहां पर भी फैन सबसे कम बिके हैं। फैजाबाद, गोंडा और बरेली की स्थिति खासी बेहतर है। लखनऊ के बाद इनका नंबर आता है। कीमतें एक नजर में प्रोडक्ट कीमत (रु.) एलईडी (9वॉट) 60 ट्यूबलाइट (20 वॉट) 230 फैन (50 वॉट) 50 17 लाख बिके थे 7 वॉट बल्ब पहले 9 वॉट की जगह 7 वॉट के बल्ब आते थे। इनको लेकर भी शहरवासियों में खासा क्रेज देखने को मिला था। हालांकि अब 7 वॉट के बल्ब आना बंद हो गए हैं और सिर्फ 9 वॉट के ही बल्ब आ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, करीब 17 लाख लोगों ने 7 वॉट एलईडी बल्ब खरीदे थे। इस तरह समझें बिजली बचत 1-अगर आपने घर में 100 वॉट का नार्मल बल्ब लगा रखा है और उसे प्रतिदिन 10 घंटे जलाते हैं तो एक माह में 30 यूनिट की बिजली खपत होती है, लेकिन अगर आपने 9 वॉट का एलईडी बल्ब लगा लिया तो एक माह में बिजली खपत मात्र 2.7 यूनिट ही होगी। 2-इसी तरह 40 वॉट की नार्मल ट्यूबलाइट में प्रतिमाह 12 यूनिट की खपत होती है (10 घंटे औसत जलाने पर)। इसकी जगह अगर 20 वॉट की एलईडी ट्यूबलाइट का उपयोग किया जाए तो प्रतिमाह मात्र 6 यूनिट की बिजली खपत होगी। एक यूनिट मतलब पांच रुपये ऊपर दिए गए आकड़ों को अब अगर आप अपने घर की बिजली खपत से जोड़कर देखेंगे तो आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि बिजली बिल पर कितना असर पड़ेगा। इस तरह समझें एक यूनिट की कॉस्ट-5 रु। (घरेलू) व कॉमर्शियल (6 से 6.30 रु) एलईडी बल्ब में बचत-एक माह में 15 रुपये, साल भर में 180 रु। एलईडी ट्यूबलाइट्स में बचत-एक माह में 30 रु., साल भर में 360 रु। (ये आकड़े घर में लगे एक एलईडी बल्ब या ट्यूबलाइट से जुड़े हैं) निश्चित रूप से शहरवासियों ने बिजली बचाने की दिशा में अपना सहयोग दिया है। जो आकड़े आए हैं, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में और भी लोग एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट्स और फैन खरीदकर बिजली और पर्यावरण बचाने में हमारा सहयोग करेंगे। आशुतोष कुमार, लेसा चीफसीतापुर 2,300 45
हरदोई 9,494 209 रायबरेली 11,586 124 फैजाबाद 6,478 54 सुल्तानपुर 6,141 164 अमेठी 5,983 161 बाराबंकी 5,588 106 अंबेडकरनगर 8,826 1,884 गोंडा 5,975 29 बहराइच 4,681 56 बलरामपुर 3,361 38