Lucknow News: कुकरैल नदी के किनारे भी रिवर फ्रंट डेवलप किया जाना है जो साबरमती रिवर फ्रंट जैसा होगा। इसके लिए प्लान पहले ही बनाया जा चुका है। अब इस प्लान को इंप्लीमेंट करने का काम शुरू किया जा रहा है। चूंकि अभी पूरी तरह से कब्जे नहीं हटाए गए हैैं इस वजह से अभी डेवलपमेंट वर्क में रफ्तार आने में थोड़ा समय लग सकता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां कुकरैल के किनारे अवैध तरीके से बसाए गए मकानों को हटाने की कार्यवाही की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ कुकरैल नदी के पुराने स्वरूप को वापस लाने के लिए भी कवायद शुरू हो गई है। अकबरनगर पुलिया के नीचे नदी के विस्तारीकरण का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए जेसीबी इत्यादि से तलहटी की खुदाई कराई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ, बंधा रोड बनाए जाने के लिए भी प्लान तैयार किया जा चुका है।रिवर फ्रंट की तरह होना है डेवलपमेंट


कुकरैल नदी के किनारे भी रिवर फ्रंट डेवलप किया जाना है, जो साबरमती रिवर फ्रंट जैसा होगा। इसके लिए प्लान पहले ही बनाया जा चुका है। अब इस प्लान को इंप्लीमेंट करने का काम शुरू किया जा रहा है। चूंकि अभी पूरी तरह से कब्जे नहीं हटाए गए हैैं, इस वजह से अभी डेवलपमेंट वर्क में रफ्तार आने में थोड़ा समय लग सकता है।नदी के किनारों पर फोकस

अभी पहले चरण में नदी के किनारों पर फोकस किया जा रहा है। देखा जा रहा है कि नदी का मूल स्वरूप कहां तक है। इसके आधार पर ही डेवलपमेंट वर्क कराए जाएंगे। नदी के दोनों तरफ सर्वे का काम भी पूरा करा लिया गया है। नदी के दोनों साइड इस तरह से वॉक वे डेवलप किया जाएगा, जिससे लोग यहां पर आकर नदी के पुराने स्वरूप को देख सकेंगे और क्वालिटी टाइम बिता सकेंगे।पानी की शुद्धता पर फोकसकुकरैल नदी में कई नालों के भी गिरने की संभावना है। ऐसे में सबसे पहले तो नालों को टैप किया जाएगा साथ ही वर्तमान समय में कुकरैल नदी की पानी की शुद्धता पर भी फोकस किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। इस दिशा में भी प्लान तैयार किया जा चुका है।आज भी कार्यवाही जारीएलडीए की ओर से अवैध निर्माणों को हटाने के लिए मंगलवार को फिर से ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। अभियान से पहले अकबरनगर की तरफ जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया और भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। दोनों तरफ रास्ता बंद किए जाने से एक बार फिर से निशातगंज और कुकरैल पुल पर जाम की स्थिति रही। यहां पर पुलिस कर्मी तैनात तो रहे, लेकिन व्हीकल लोड बढ़ जाने की वजह से वाहन धीरे-धीरे गुजरे।

Posted By: Inextlive