मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब और डीएम सूर्यपाल गंगवार की ओर से जाम की समस्या को दूर करने के लिए ट्रैफिक व अन्य विभागों के द्वारा तीन बार बैठकें भी की जा चुकी हैैं। दोनों अधिकारियों की ओर से कई बिंदुओं पर निर्देश भी दिए गए इसके बावजूद कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है।


लखनऊ (ब्यूरो)। शहर के प्रमुख मार्गों और स्कूलों के बाहर लगने वाले जाम को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों की ओर से पिछले एक माह में ताबड़तोड़ बैठकें की गई हैं, तमाम योजनाएं बनाई भी गईं लेकिन जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है। हर दिन प्रमुख मार्गों से लेकर स्कूलों के बाहर तक जाम लगता है और हजारों लोग परेशान होते हैैं। इसके बावजूद इस समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई जा रही है।1-स्कूलों के बाहर कर्मचारी नहीं दिखतेप्लानिंग-राजधानी के प्रमुख स्कूलों के सामने रोज छुट्टी के समय जाम लगता है। इस समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन स्तर से निणर्य लिया गया था कि स्कूल प्रबंधन खुद कर्मचारी लगाएगा, जो स्कूलों के बाहर पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त रखेगा।


हकीकत- ज्यादातर स्कूलों में यह व्यवस्था कागजों में ही सिमट कर रह गई है। जिसकी वजह से स्कूलों के बाहर जाम लगता है और बच्चे परेशान होते हैैं।2-प्रमुख मार्गों की स्थिति और दयनीय

प्लानिंग-हजरतगंज से सिकंदरबाग, निशातगंज, जागरण चौराहा, हजरतगंज से चारबाग, आवास विकास रोड जैसे प्रमुख मार्गों की बात की जाए तो सुबह और शाम इन रूट्स से गुजरना किसी मुसीबत से कम नहीं है। यहां हर दिन जाम लगता है और बारिश होने के बाद स्थिति और भयावह हो जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्लानिंग की गई थी कि ट्रैफिक सिपाहियों की प्रॉपर ड्यटी लगाई जाएगी और लेफ्ट टर्न का कड़ाई से अनुपालन किया जाएगा।हकीकत-ट्रैफिक सिपाहियों की ड्यूटी तो लगती है लेकिन कोई खास असर नहीं दिखता। लेफ्ट टर्न का भी कड़ाई से अनुपालन होता नजर नहीं आता।3-चौराहों की डिजाइन बनी मुसीबतप्लानिंग-निश्चित रूप से कई चौराहे ऐसे हैैं, जिनकी डिजाइनिंग के कारण जाम की समस्या उत्पन्न होती है। जबकि कई चौराहों के आसपास ऑटो-टेंपो खड़े हो जाते हैैं। जिसकी वजह से जाम की समस्या और भी ज्यादा विकराल हो जाती है। प्लानिंग की गई है कि ऐसे चौराहों को चिन्हित करके उनकी डिजाइनिंग को बदला जाएगा साथ ही चौराहों के आसपास वाहन पार्क नहीं होने दिए जाएंगे।हकीकत-चौराहों को चिन्हित किया जा रहा है, जबकि चौराहों के आसपास ऑटो-टेंपो वाले सवारियां भरते देखे जा सकते हैैं।4-रोड साइड अवैध पार्किंगप्लानिंग-रोड साइड अवैध पार्किंग शहर में आसानी से देखी जा सकती है। रोड साइड वाहन पार्क हो जाने से जाम की समस्या सामने आती है। मंडलायुक्त ने बैठक कर निर्देश दिए थे कि रोड साइड पार्किंग न हो और वाहनों को प्रॉपर पार्किंग में ही पार्क कराया जाए।

हकीकत- फिलहाल यह प्लानिंग पूरी तरह से इंप्लीमेंट होती नजर नहीं आ रही है। रोड साइड छोटे-बड़े वाहन पार्क किए जा रहे हैैं।तीन बार हुई बैठकेंमंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब और डीएम सूर्यपाल गंगवार की ओर से जाम की समस्या को दूर करने के लिए ट्रैफिक व अन्य विभागों के द्वारा तीन बार बैठकें भी की जा चुकी हैैं। दोनों अधिकारियों की ओर से कई बिंदुओं पर निर्देश भी दिए गए, इसके बावजूद कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है।

Posted By: Inextlive