प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सरकार द्वारा लाए जा रहे हिट एण्ड रन कानून से नाराज चालकों व ट्रांसपोर्टरों के कई यूनियनों द्वारा मंगलवार को बैठक की गई। इस दौरान हर जगह बैठक में सरकार को सभी आड़े हाथ और सवालों के कठघरे में खड़ा किया। चेतावनी देते हुए सभी नेताओं ने कहा कि चालकों के हित व सुरक्षा के मद्देनजर सरकार नियम वापस ले। नहीं तो यह हड़ताल जारी रहेगी।

'चालक व्यापार की रीढ, है समर्थन
प्रयागराज ट्रांसपोर्ट यूनियन अध्यक्ष अमर वैश्य मुन्ना भैया ने इस हिट एण्ड रन कानून को चालकों का दुश्मन बताया। कहा कि घायल की मौत पर सात लाख जुर्माना व दस साल की सजा चालकों के प्रति न्यायोचित नहीं है। वहीं मिनी ट्रांसपोर्ट ट्रक यूनियन के अध्यक्ष पं। परमानन्द त्रिपाठी उर्फ सोंटा स्वामी ने कहा कि यह एक काला कानून है। जिसका विरोध हर स्तर पर किया जाएगा। इन दोनों नेताओं ने कहा कि कानून वापस नहीं हुआ तो सभी आपरेटर ट्रकों के कागजात को परिवहन विभाग में जमा कर देंगे। वहीं एक बैठक उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मण्डल के प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र गोयल की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि चालक व्यापार की रीढ़ होते हैं। यदि चालकों की बात नहीं मानी जाती तो व्यापारी भी उनके समर्थन में उतरने के लिए विवश होंगे। एक्टू के राष्ट्रीय सचिव व इलाहाबाद मोटर एण्ड ड्राइवर वर्कर्स यूनियन के सचिव डॉ। कमल उसरी की अध्यक्षता में भी बैठक हुई। उन्होंने कहा कि हिट एण्ड रन कानून का मतलब चालक की हत्या वाला कानून है। कहा कि घटना के बाद यदि चालक भागेगा तो उसे दस साल की सजा व सात लाख का जुर्माना देना होगा। यदि वह नहीं भागेगा तो पब्लिक उसे ही मार डालेगा। ऐसे में उसके परिवार का जिम्मेदार कौन होगा? यह बात सरकार को बताना होगा। चालक जान पर खेलकर देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उनके लिए बनाया गया कानून वापस नहीं लिया गया तो अनिश्चित कालीन हड़ताल की जाएगी.े