- जालसाज सद्दान ने बांद्रा में लिया फ्लैट पर ठहरता है फाइव स्टार होटल में

- हैदराबाद की फाइनेंशियल कंपनी को भी धोखा देकर कई लोगों को ठगा

LUCKNOW

देश के कई बिजनेसमैन को ठगने वाले जालसाज सद्दान अंसारी ने मुंबई के नरीमन प्वाइंट स्थित अंपायर स्टेट बिल्डिंग में ऑफिस खोल रखा है। सूत्रों की मानें तो उसने बांद्रा में एक आलीशान फ्लैट भी ले रखा है पर जांच एजेंसियों से बचने के लिए रोजाना फाइव स्टार होटलों में जाकर ठहरता है। उसने अभिषेक श्रीवास्तव के साथ मिलकर हैदराबाद की प्रतिष्ठित फाइनेंशियल कंपनी 'डूपला' को भी धोखा दिया। कंपनी ने उन्हें कुछ क्लाइंट दिए जो लोन लेना चाहते थे। दोनों ने उन्हें दिल्ली के अशोका होटल में बुलाया जहां कंपनी की एक महिला अधिकारी की मौजूदगी में मीटिंग हुई। बाद में जब कंपनी को उनकी कारगुजारियों के बारे में पता चला तो उसने अपने हाथ वापस खींच लिए।

रिटायर्ड आईपीएस को भी लगाई चपत

इतना ही नहीं, चारों जालसाज अभिषेक, शाजी, सद्दान और रमेश एक रिटायर्ड आईपीएस को भी चपत लगा चुके हैं। दरअसल रिटायर्ड आईपीएस का बड़ा कारोबार है जिसमें कई कंपनियां शामिल हैं। इनके प्रभाव में आकर रिटायर्ड आईपीएस ने अपने कारोबार के विस्तार के लिए सौ करोड़ रुपये का लोन लेने की इच्छा जताई। इसके बाद दोनों ने मुंबई के एक होटल में उससे मीटिंग की और कमीशन के रूप में एक करोड़ रुपये मांगे। उन्होंने लोन के लालच में यह रकम उन्हें सौंप दी। इसके बाद दोनों लोन अमाउंट देने में तरह-तरह के बहाने बनाने लगे। इसके बाद रिटायर्ड आईपीएस ने अपने पैतरों का इस्तेमाल कर दोनों पर दबाव बनाना शुरू किया तो उन्होंने पूरी रकम वापस कर दी। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि रिटायर्ड आईपीएस ने इसके बाद उनसे 7.5 करोड़ रुपये लेकर सद्दान और शाजी को अपनी हॉस्पिटेलिटिी से जुड़ी कंपनी में डायरेक्टर बना दिया। बाद में जब उसे इनके पुराने सारे कारनामों का पता चला तो उसने वेबसाइट से इनके नाम हटा दिए।

डिजिटल ट्रांजेक्शन के माहिर

दरअसल यह गिरोह जाल में फंसने वाले बिजनेसमैन का भरोसा जीतने को डिजिटल ट्राजेक्शन के जरिए ही लेन-देन करता है। इससे उनके ऊपर किसी का शक भी नहीं जाता था। वे लोन मांगने वाले की पूरी केवाईसी डिटेल भी मांगते थे। चारों को फर्जी दस्तावेज बनाने में भी महारत हासिल है और वे अपनी कई नामों से आईडी भी बनाए हुए है। इसकी मदद से ही वे करीब आधा दर्जन बैंकों को भी अपना शिकार बना चुके हैं जिनमें इलाहाबाद बैंक, बांबे मर्केंटाइल बैंक आदि मुख्य है। इसी वजह से ईडी के अफसरों को शक है कि अभिषेक और सद्दान कभी भी देश छोड़कर भाग सकते हैं। फिलहाल दोनों की हर गतिविधि पर जांच एजेंसी पैनी नजर रखे हुए है।

Posted By: Inextlive