वैसे तो एयर पॉल्यूशन शरीर के अधिकतर अंगों पर अपना कुप्रभाव डालता है लेकिन सबसे ज्यादा असर इसका लंग्स पर देखने को मिलता है। राजधानी में बीते कई दिनों से तालकटोरा और लालबाग एरिया में एयर पॉल्यूशन काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है। जिसका असर अब वहां के लोगों पर भी दिखाई देने लगा है। इन एरिया के लोगों को अस्थमा खांसी आदि लंग्स की बीमारियां अपनी चपेट में ले रही हैं। बड़ी संख्या में इन एरिया के मरीज अस्पतालों की ओपीडी में दिखाने पहुंच रहे हैं। केजीएमयू के रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग में सीओपीडी अस्थमा खांसी समेत अन्य लंग्स संबंधी बीमारी की समस्या वाले करीब 60 फीसद मरीज आ रहे हैं।

लखनऊ (ब्यूरो) रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ। सूर्यकांत ने बताया कि जिन इलाकों में एयर पॉल्यूशन लेवल 200 के अधिक हो जाता है, वहां सांस संबंधी समस्या के मरीज ज्यादा देखने को मिलते हैं। इधर राजधानी में एयर पॉल्यूशन लेवल बढ़ा है, जिससे लंग्स प्रॉब्लम वाले मरीज भी बढ़ रहे हैं। सर्वाधिक मरीज तालकटोरा, अलीगंज, लालबाग एरिया से आ रहे हैं।


बाकी समस्याएं भी बढ़ रहीं
डॉ सूर्यकांत ने बताया कि ओपीडी में रोज 200 के करीब मरीज आते हैं, इसमें 65 प्रतिशत के करीब मरीज अब एयर पॉल्यूशन से परेशान होकर आ रहे हैं। इनमें अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की संख्या सर्वाधिक है। इसका कारण यह है कि एयर पॉल्यूशन के कारण हानिकारक कण सांस की नली से होकर लंग्स में चले जाते हैं और कई तरह की समस्याएं खड़ी कर देते हैं। इससे पुरानी बीमारियां के उभरने का भी खतरा रहता है।


इन बातों का रखें ध्यान
- जहां अधिक पाल्यूशन वहां जाने से बचें
- मास्क का प्रयोग करें
- इन्हेलर और दवा समय पर लें
- घर पर पर्दे, गलीचा आदि साफ रखें
- कोई समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें


जिन इलाकों में एयर पॉल्यूशन लेवल 200 के अधिक हो जाता है, वहां सांस संबंधी समस्या के मरीज ज्यादा देखने को मिलते हैं।

डॉ सूर्यकांत, एचओडी, रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग, केजीएमयू

Posted By: Inextlive