Lucknow: गोमतीनगर में रहने वाले तरुण को पॉकेट मनी के तौर पर दो हजार रुपए मिलते हैं. करीब एक हजार रुपए पेट्रोल पर ही खर्च हो जाते हैं. पेट्रोल के बढ़ते रेट की वजह से तरुण का बजट बिगड़ गया है. केवल तरुण ही नहीं उन जैसे कई यंगस्टर्स का बजट पेट्रोल ने बिगाड़ दिया है. लेकिन उनका यह बजट संभाला भी जा सकता है. यूपी पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने इसकी पहल की है. जल्द ही सीएम से वैट कम करने की मांग को लेकर वह मिलेंगे.

सस्ता हो सकता है पेट्रोल

यूपी में पेट्रोल सस्ता हो सकता है! यह ख्वाब हकीकत में बदला भी जा सकता है। इसके लिए समाजवादी पार्टी ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा भी किया था कि सरकार बनने पर पड़ोसी राज्यों के समान ही पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर वैट लागू करेगी। लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं हो सका। यदि यूपी में दिल्ली की तर्ज पर वैट वसूला जाए तो पेट्रोल 67.90 रुपए और डीजल 41.25 रुपए में मिलेगा। इससे आम आदमी को राहत मिलेगी और महंगाई पर भी कंट्रोल किया जा सकेगा। यूपी पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन इस संबंध में सीएम अखिलेश यादव से मिलने जा रही है।

सरकार ने 74 अरब वसूले

वर्ष 2012-13 में राज्य सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर तरह-तरह के कर लगाकर अपने खजाने में 7,414 करोड़ रुपये भरे। जो कि पिछले फाइनेंशियल ईयर्स की तुलना में लगभग 25 फीसदी ज्यादा है। देश के किसी भी अन्य राज्य में एक वर्ष में पेट्रोलियम उत्पादों से होने वाली कर वसूली में इतनी वृद्धि नहीं हुई है। यदि केवल दिल्ली की तर्ज पर ही वैट की वसूली हो तो भी पब्लिक को ही फायदा होगा। लखनऊ में पेट्रोल 75.26 रुपए और डीजल 55.25 रुपए में मिलेगा।

बढ ग़ई खपत

यूपी पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट बीएन शुक्ला ने बताया कि राज्य में पेट्रोल पर 26.55 प्रतिशत, डीजल पर 17.23 फीसदी का वैट लगाया जाता है। मध्य प्रदेश को छोड़कर अन्य किसी भी राज्य में पेट्रोलियम उत्पादों पर इतना ज्यादा कर नहीं वसूला जाता। वहीं गोवा में वैट की दरें (0.1 परसेंट) सबसे कम हैं। राज्य में पेट्रोल व डीजल की खपत भी काफी तेजी से बढ़ी है।

मिल सकती है राहत

लखनऊ में पेट्रोल की कीमत इस समय 75.26 रुपए है। इसकी बेस कीमत 52.30 रुपए है। इसके ऊपर राज्य सरकार द्वारा 26.55 प्रतिशत वैट वसूला जा रहा है। वहीं, डीजल की कीमत 55.25 रुपए प्रति लीटर है। इसकी बेस कीमत 36.82 रुपये, जिस पर 17.23 फीसदी वैट वसूला जा रहा है। विश्व बाजार में कच्चे तेल के दामों में लगी आग का हवाला देकर तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम बढ़ा देती हैं। लेकिन केंद्र व राज्य सरकार चाहे तो पेट्रोल के मूल दामों पर लगने वाले करों में कमी करके लोगों को राहत दे सकती है।

पड़ोसी राज्यों में वैट की दर

यूपी

पेट्रोल- 26.55 प्रतिशत

डीजल- 17.23 प्रतिशत

एमपी

पेट्रोल- 28.75 प्रतिशत

डीजल- 23 प्रतिशत

उत्तराखंड

पेट्रोल- 25 प्रतिशत

डीजल- 21 प्रतिशत

दिल्ली

पेट्रोल- 20 प्रतिशत

डीजल- 12.05 प्रतिशत

हरियाणा

पेट्रोल- 20 प्रतिशत

डीजल- 8.8 प्रतिशत

बिहार

पेट्रोल- 24. 5 प्रतिशत

डीजल- 18. 36 प्रतिशत

 

क्या कहते हैं अधिकारी

यदि दिल्ली और हरियाणा की तरह यहां भी वैट लागू किया जाए तो इससे आम लोगों को बहुत राहत मिल जाएगी। इस संबंध में सीएम से टाइम मांगा है।

-सुधीर बोरा

महामंत्री, लखनऊ पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन

 

डीजल पर वैट कम होने से किसानों को राहत मिलेगी और ट्रांसपोर्टेशन काफी सस्ता हो जाएगा। इससे महंगाई पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा।

-मनोज गुप्ता

इंदिरानगर

Posted By: Inextlive