- अगले वर्ष लगने हैं 35 करोड़ पौधे, तैयारियां शुरू

- सरकार ने भूमि चिन्हित कर एक्शन प्लान बनाने के दिए निर्देश

रुष्टयहृह्रङ्ख प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले 35 करोड़ पौधारोपण के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। सरकार ने पौधारोपण के लिए भूमि का चयन करने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा गया है कि प्रदेश में 16.13 लाख हेक्टेयर परती भूमि है, जिसमें विशेष रूप से पौधारोपण किया जाए। शहरों के लिए सरकार 'मेरा घर, मेरे पेड़ व मेरी आक्सीजन' थीम पर पौधारोपण कराएगी। इसके तहत आमजनों को यह बताया जाएगा कि वे सांस लेने के लिए जितनी आक्सीजन प्रकृति से लेते हैं, कम से कम उतनी आक्सीजन पैदा करने के लिए पौधारोपण जरूर करें।

इस वर्ष लगे 30 करोड़ पौधे

योगी सरकार हर साल बड़ी संख्या में पौधारोपण का लक्ष्य तय कर पौधे लगवाती है। इस वर्ष 30 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। अगले वर्ष के लिए 35 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी वन प्रभागों से सामाजिक वानिकी एक्शन प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है। इसके लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। जहां भी लकड़ी आधारित उद्योग हैं, वहां के निकटवर्ती क्षेत्रों में ऐसे पौधे लगाने को कहा गया है, जिनसे ग्रामीणों की आय भी बढ़ सके। औद्योगिक क्षेत्रों में भी भूमि चिन्हित करते हुए पौधशालाओं की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं।

सुरक्षा को तैयार होगा प्लान

खदानों एवं तापीय विद्युत परियोजनाओं के आस-पास भी पौधारोपण करने के लिए कहा गया है। पौधारोपण के साथ ही उसकी सुरक्षा के लिए सामाजिक सुरक्षा प्लान तैयार किया जाएगा। यानी पौधों की सुरक्षा का जिम्मा स्थानीय लोगों को दिया जाएगा। प्रत्येक वन प्रभाग में मियावाकी वनों की स्थापना करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मियावाकी वन राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के परिसरों में भी उनके स्वयं के संसाधनों से लगाने के लिए कहा गया है। इसके लिए वन विभाग तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा।

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छोटे-छोटे खाद्य वनों की होगी स्थापना

उद्यान विभाग के सहयोग से छोटे-छोटे खाद्य वनों की स्थापना की जाएगी। इसमें विभिन्न प्रजातियों के फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इस वन में खाद्य वनस्पतियों का भी रोपण किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने कहा कि मनरेगा के तहत बायो फें¨सग करते हुए खुले वन क्षेत्रों में पौधारोपण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वन प्रभाग में नक्षत्र वाटिका, नवग्रह वाटिका, पंचवटी वाटिका एवं हरिशंकरी वाटिकाओं की स्थापना की जाएगी। उन्होंने प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष से 30 सितंबर तक जिलेवार विस्तृत प्लान भेजने के निर्देश दिए हैं।

Posted By: Inextlive