- पिछले साल के मुकाबले इस बार अक्टूबर में ज्यादा रहा एक्यूआई

LUCKNOW : राजधानी में एयर पॉल्यूशन के ग्राफ को कम करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कई बैठकें की गई और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस भी जारी की गई। यही नहीं जिम्मेदार विभागों को अलर्ट भी किया गया लेकिन इसके बाद भी हालात में सुधार होते नहीं दिखाई दे रहे हैं। राजधानी में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के लिए क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी रमकरण लालबाग और हजरतगंज में चल रही खोदाई को जिम्मेदार ठहराते हैं।

लगातार हो रहा इजाफा

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 20 अक्टूबर को एक्यूआई 272 की रेंज में था और 28 अक्टूबर से लगातार 300 से ऊपर एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया था। दो नवंबर को एक्यूआई 422 और चार नवंबर को 435 की खतरनाक रेंज में पहुंच गया था। इस वर्ष के आंकड़े देखें तो 19 अक्टूबर को एक्यूआई 291 और 20 अक्टूबर को 295 दर्ज किया गया। 21 अक्टूबर को एक्यूआई 308 पहुंच गया। इसके बाद से लगातार एक्यूआई बढ़ रहा है।

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अक्टूबर और नवंबर सेंसिटिव

बारिश के बाद अक्टूबर में तापमान कम होने लगता है और हवा की रफ्तार मंद हो जाती है एवं वातावरण में नमी होती है। इन कारणों से वायु प्रदूषण बढ़ता है। इन माह में ही खेतों में पराली जलाई जाती है, इसका असर भी हवा की सेहत पर नकारात्मक दिखाई देता है। यही कारण है कि अक्टूबर और नवंबर माह एयर पॉल्यूशन के लिए संवेदनशील माने जाते हैं।

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उठाए गए कदम

- शहर में निर्माण कार्यो पर रोक लगाई गई है

- नौ प्रमुख बिल्डरों को नोटिस जारी की गई है

- कंस्ट्रक्शन साइट पर पीटीजेड कैमरे लगाए जा रहे हैं

- 68 इकाइयों को नोटिस जारी किया गया है

Posted By: Inextlive