-लोकल पुलिस के संरक्षण में चल रहा था जिस्मफरोशी का धंधा

-मडि़यांव थाने से फटकार कर भगाए जाने पर भुक्तभोगी ने डीजीपी से की थी शिकायत

-डीजीपी की फटकार के बाद हरकत में आई मडि़यांव पुलिस

LUCKNOW: मडि़यांव पुलिस ने शनिवार को एरिया के सेमरागौढ़ी गांव में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का राजफाश कर दिया। पुलिस ने यह कार्रवाई डीजीपी की फटकार के बाद की। दरअसल, डीजीपी से शिकायत करने वाले भुक्तभोगी ने पहले मडि़यांव पुलिस से शिकायत की थी। पर, कार्रवाई के बजाय उसे धमकाकर भगा दिया था। पुलिस ने मौके से सेक्स रैकेट संचालिका और चार लड़कियों को दबोच लिया। पकड़ी गई लड़कियों में एक नाबालिग बताई जाती है, जिसे जबरन बंधक बनाकर वहां रखा गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह सेक्स रैकेट लोकल पुलिस के संरक्षण में चल रहा था।

पड़ोसी महिला ने बरगलाया था

सीतापुर के मछरेहटा निवासी संतोष द्विवेदी (बदला नाम) जानकीपुरम के सेक्टर 7 में अपनी वाइफ के साथ बीते डेढ़ साल से रहते हैं। कुछ महीने पहले संतोष की वाइफ प्रेगनेंट हो गई। पत्‍‌नी की देखभाल के लिये संतोष अपनी 13 साल की साली पलक (बदला नाम) को घर ले आया। संतोष के मुताबिक, उनके पड़ोस में रहने वाली जिस्मफरोशी के धंधे से जुड़ी पूजा ने पलक से नजदीकी बढ़ाई और उसे बरगलाकर मडि़यांव के सेमरा गौढि़या गांव में सेक्स रैकेट संचालिका सारिका उर्फ सविता यादव के यहां ले गई। अचानक पलक के लापता होने पर संतोष ने उसकी तलाश शुरू की। इसी दौरान पूजा के पहले पति संदीप ने उसे बताया कि पलक को सारिका के यहां बंधक बनाकर रखा है और उससे जबरन जिस्मफरोशी का धंधा कराया जा रहा है।

मडि़यांव पुलिस ने भगाया

यह जानकारी मिलने के बाद संतोष ने मडि़यांव पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की। संतोष ने बताया कि इंस्पेक्टर मडि़यांव ने उसे धमकाकर भगा दिया। आखिरकार संतोष ने शनिवार सुबह नवनियुक्त डीजीपी जावीद अहमद को कॉल कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। तेजतर्रार छवि के लिये मशहूर जावीद अहमद ने फौरन इंस्पेक्टर मडि़यांव को कॉल किया और उन्हें पूरे मामले को लेकर जमकर फटकार लगाई और फौरन कार्रवाई का आदेश दिया। डीजीपी का सख्त रुख देख इंस्पेक्टर मडि़यांव हरकत में आए और आनन-फानन सारिका उर्फ सरिता यादव के घर छापेमारी कर वहां मौजूद सारिका व चार युवतियों को धर दबोचा।

Posted By: Inextlive