इंतजार खत्म, घर बैठे बना सकेंगे बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट
- नगर निगम प्रशासन की ओर से कवायद शुरू की गई
- अगले दस दिन के अंदर मिल सकती है सुविधा LUCKNOW: बस दस दिन का इंतजार, फिर आप घर बैठे ही बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसकी वजह यह है कि निगम प्रशासन की ओर से इस व्यवस्था को ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद आवेदकों को सर्टिफिकेट बनवाने के लिए निगम मुख्यालय या फिर जोन कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अभी जाना पड़ता जोन ऑफिसपहले जहां निगम मुख्यालय से दोनों प्रकार के सर्टिफिकेट बन जाते थे। वहीं अब इस व्यवस्था को जोनवार लागू कर दिया गया है। उदाहरण के लिए अगर आप जोन 1 के तहत आने वाले इलाके में रहते हैं तो आपको दोनों में से कोई एक सर्टिफिकेट बनवाने के लिए निगम के जोन एक के कार्यालय में ही जाना होगा। वहां जाकर आपको आवेदन करना होगा, इसके बाद ही सर्टिफिकेट जारी होता है।
कोरोना के चलते कदमदरअसल, इस समय कोरोना राजधानी में तेजी से पांव पसार रहा है। इस संक्रमण की चपेट में निगम अधिकारी और कर्मचारी भी आ रहे है, जिसकी वजह से निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि निगम द्वारा प्रदत्त सुविधाओं को ऑनलाइन किया जा सके। इससे जनता को जोन कार्यालय न आना पड़े। निगम प्रशासन का मानना है कि जनता के कम मूवमेंट से निगम अधिकारी और कर्मचारी भी कोरोना के संक्रमण की चपेट में आने से बचेंगे।
मोबाइल पर जानकारी ऑनलाइन व्यवस्था के तहत उक्त सर्टिफिकेट संबंधी सुविधा को लखनऊ स्मार्ट एप से इंटीग्रेट कर दिया जाएगा, जिसके बाद कोई व्यक्ति घर बैठे ही आवेदन कर सकेगा। वहीं उसे मोबाइल पर ही सर्टिफिकेट के अपडेशन संबंधी सारी जानकारी मिल सकेगी। निगम प्रशासन की ओर से प्रयास किया जाएगा कि 24 घंटे के अंदर आवेदक को सर्टिफिकेट का लिंक भेज दिया जाए, जिसके माध्यम से आवेदक कहीं से भी अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड करा सके। रोज आते आवेदन बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट के लिए रोजाना निगम जोन कार्यालयों में आवेदन आते हैं, जिसकी वजह से निगम प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द उक्त व्यवस्था को ऑनलाइन कर दिया जाए, जिससे जनता को राहत मिल सके। वर्जन बर्थ डेथ सर्टिफिकेट संबंधी व्यवस्था को ऑनलाइन करने के लिए होमवर्क शुरू कर दिया गया है। प्रयास यही है कि जल्द से जल्द ऑनलाइन व्यवस्था को शुरू कर दिया जाए, जिससे लोगों को जोन कार्यालय न जाना पड़े। डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त