मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज पर भी खड़े हो रहे हैं सवाल

आयुष व स्वर्णजीत का रिजल्ट निरस्त करने के लिए भी लिखा पत्र

Meerut। एमबीबीएस में कॉपियां बदलने के खेल में शामिल स्टूडेंट्स के यूएफएम में नाम के बाद भी फार्म भरने के मामले में मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज पर भी सवाल खड़े हो रहे है। यूनिवíसटी ने कॉलेज को इस संबंध में नोटिस भेजा है। वहीं, यूनिवíसटी के कई अधिकारी भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इधर यूनिवíसटी ने एमसीआई यानि मेडिकल काउंसिल ऑफस इंडिया को छात्र आयुष व स्वर्णजीत का रिजल्ट निरस्त करने के लिए भी पत्र लिखा है। हालांकि, अपने स्तर पर तो रिजल्ट निरस्त कर दिया गया है।

सिस्टम में बदलाव की तैयारी

एमबीबीएस कॉपी कांड के मामले में एसआईटी की जांच के बाद सामने आया है कि आरोपियों ने सिस्टम का फायदा उठाते हुए ही इस कांड को अंजाम दिया है। यूनिवíसटी इस महीने के एंड में सिस्टम में एक नया बदलाव करने जा रही है, परीक्षा समिति ने नए नियमों को लेकर फैसला लिया है उस पर 30 को मुहर लगेगी। यूनिवíसटी में ऐसा सिस्टम होगा जिससे आगे कोई स्टूडेंट इस तरह से सिस्टम का गलत फायदा नहीं उठा पाएंगे।

सौंपी जाएगी शासन को रिपोर्ट

शासन को इस संबंध में वीसी की ओर से पत्र भेजने की बात कहीं गई है, वीसी प्रो। एनके तनेजा के अनुसार जो भी इसका दोषी होगा वो नपेगा। चाहे अधिकारी ही क्यों न हो। यूनिवर्सिटी एक हफ्ते से नियमों में बदलाव को लेकर तैयारी में है। इस महीने के लास्ट में नए नियम लागू करने जा रही है। इसके बाद प्रभारियों से लेकर अधिकारियों की जिम्मेदारी अलग तय की जाएगी। इस कांड के संबंध में भी अलग समिति बनाकर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। विभागों में जहां पर भी लापरवाही हुई है सब पर कार्रवाई होगी। मार्च 2018 से 2020 तक हो जो भी अधिकारी प्रभारी रहें है, यूनिवíसटी जांच कर उनकी रिपोर्ट भी शासन को भेजेगी। उन्होंने कहाकि धीरे धीरे तथ्य सामने आ रहे हैं, इसकी रिपोर्ट भी शासन को बार बार सौंपी जा रही है। शासन को हर सूचना दी जा रही है।

Posted By: Inextlive