Meerut : कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने अपनी कारस्तानियों से अपनी कब्र खुद ही खोद ली है. आबूलेन पर एक कमर्शियल निर्माण में बोर्ड के अधिकारी खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं. वहीं बोर्ड के निर्वाचित मेंबर्स ने निर्माण के खिलाफ कैंट बोर्ड के सीईओ के नाम से लेटर भी दे दिया है. जिसमें निर्माण के बारे में कई तरह की जानकारी मांगी है. जब आई नेक्स्ट निर्माण के बारे में छानबीन की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए...


रेजिडेंशियल में कमर्शियल आबूलेन बंगला नंबर 185 ए उत्सव साड़ी के ऊपर में कमर्शियल निर्माण काफी दिनों से जारी है। कैंट बोर्ड के दस्तावेजों के अनुसार इसका नक्शा पास है। सवाल ये है कि आबूलेन एक रेजिडेंशियल इलाका है, तो फिर कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने रेजिडेंशियल इलाके में कमर्शियल निर्माण के लिए नक्शा पास कैसे कर दिया? सब डिविजन का लोचासबसे बड़ी बात कि कैंट बोर्ड नियमों के अनुसार किसी भी सब डिविजन में निर्माण के लिए नक्शा पास नहीं हो सकता है। बंगला नंबर 185 ए में सब डिविजन हो रखा है, तो इसमें कमर्शियल निर्माण के लिए नक्शा कैसे पास हो सकता है? कैंट बोर्ड भी इसमें साफ फंसता नजर आ रहा है। रद हो जाना चाहिए नक्शा
कैंट बोर्ड के अभिलेखों में ये नक्शा वर्ष 2008 में पास हुआ था। तब यहां कोई निर्माण नहीं हुआ। ऐसे में कैंट बोर्ड के नियमों के अनुसार नक्शा दो सालों में रद हो जाना चाहिए। फिर मौजूदा समय में वहां हो रहा निर्माण किसकी इजाजत हो रहा है। इसकी शिकायत क्यों नहीं की गई। इस पर कैंट बोर्ड कोई भी ऑफिसर्स जवाब देने को तैयार नहीं है।


"इस संबंध में सात मेंबर्स का कॉमन लेटर मिला है। इस बंगले के अभिलेखों को देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पूर्व में मेंबर ने इस निर्माण की शिकायत की इस बारे में कोई जानकारी नहीं है."- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive