रहना संभल के, इस बार डेंगू से अधिक खतरा
फोटो केएमसी
-पिछले 15 दिन में डेंगू ने अपना रूप बदला, 70 फीसदी मरीज इसकी चपेट में -डॉक्टर्स की सलाह, सावधानी बरतें और मरीज को नजदीकी अस्पताल में ले जाएं मेरठ। डेंगू शॉक सिंड्रोम। ये है डेंगू का नया रूप, जो पहले से कहीं अधिक भयावह और जानलेवा माना जा रहा है। पिछले 15 दिन से अधिकतर मरीज इसके ही अस्पताल पहुंच रहे हैं। केएमसी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड हार्ट सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में इस पर चर्चा करते हुए लोगों से सावधान रहने की अपील की गई। डॉक्टर्स की सलाह है किसी भी तरह के बुखार को अनदेखा न किया जाए। लापरवाही न बरतेंडॉ। सुनील गुप्ता ने बताया कि डेंगू शॉक सिंड्रोम के रोगियों के सभी अंगों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे मस्तिष्क की झिल्लियों पर भी सूजन आ जाती है। रोगी बेहोशी की हालत में चला जाता है। इस तरह के रोगियों को समय पर सीसीयू में भर्ती करना जरूरी है। डॉ। अमिताभ गौतम ने बताया कि 15 दिन पहले अधिकांश मरीज टाइफाइड, वायरल, मलेरिया के थे, लेकिन पिछले 15 दिन से 70 फीसदी मरीज डेंगू और संबंधित हैमरेजिक बुखार के हैं।
ये रहे मौजूदकार्यक्रम में केएमसी चिकित्सा संस्थान के चिकित्सक डॉ। विनय अग्रवाल, डॉ। संदीप जैन, डॉ। अमिताभ गौतम, डॉ। अमित बिंदल, डॉ। राजेश मिश्रा, डॉ। प्रतिभा आदि सम्मिलित रहे।
प्रमुख लक्षण-बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द-छोटे-छोटे लाल चकत्ते निकल आना-प्लेटलेट्स कम होना-शरीर के विभिन्न हिस्सों से खून निकलना-लगातार उल्टियां होना-लीवर बढ़ जाना-शरीर की आंतरिक सतहों में सूजन-सांस लेने में परेशानी-किडनी, फेफड़े फेल हो जाना