31 मई तक चार्जिग स्टेशन बनाने का कार्यदायी संस्था को मिला टारगेट

3 माह पहले मुख्यालय से 100 नई सीएनजी और 50 इलेक्ट्रिक बसें मिली, नहीं पहुंची मेरठ

12 एसी बसों को मुख्यालय की ओर से भेजा गया

लॉकडाउन के कारण आठ माह बंद रहा एसी बसों का संचालन

Meerut। सालभर से बिगड़ी पड़ी शहर के लोकल ट्रांसपोर्ट व्यवस्था के पटरी पर आने में अभी समय लगेगा। दरअसल, सिटी बसों की आयु पूरी होने के कारण शहर में पुरानी सिटी बसाें का संचालन बंद हो चुका है। इसके बाद अब सरकार द्वारा प्रस्तावित इलेक्ट्रॉनिक सिटी बसों और सीएनजी बसों का शहरवासियों को इंतजार है। ऐसे में इलेक्ट्रानिक बसों का संचालन अगले साल जून माह तक हो सकता है। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर निर्माण एजेंसी को 31 मई तक चार्जिग स्टेशन को पूरा करने का समय दिया गया है।

150 बसें अटकी

दरअसल, डीजल सिटी बसों का संचालन बंद होने के बाद शहर के प्रदूषण स्तर को सुधारने के लिए मुख्यालय स्तर से पूरे प्रदेश में सीएनजी और बैटरी चलित इलेक्ट्रिक बसें चलाने का निर्णय लिया गया था। इस संबंध में तीन माह पहले मुख्यालय से 100 नई सीएनजी बसों को हरी झंडी दी गई थी। इतना ही नहीं, कानपुर से बसों की डिलीवरी फाइनल कर दी गई थी लेकिन आज तक वो बसें मेरठ को नहीं मिल सकी हैं। इसके साथ ही 50 इलेक्ट्रिक बसें भी मेरठ को मिली थी लेकिन चार्जिग स्टेशन न होने के कारण यह बसें भी मेरठ नहीं आ सकीं।

चार्जिग स्टेशन बनेंगे

इस संबंध में मंगलवार को परिवहन और जल निगम ने लखनऊ में एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें इलेक्ट्रिकबसों के लिए चार्जिग स्टेशन बनाने वाली कार्यदायी संस्था जल निगम की एजेंसी सी एंड डीएस को 31 मई तक मेरठ में चार्जिग स्टेशन कंप्लीट करने का टारगेट दिया गया है। यह चार्जिग स्टेशन लोहियानगर में तैयार होना है। इसके लिए एमडीए ने चार एकड़ जमीन को भी फाइनल कर दिया है। यहीं से सीएनजी बसों का भी संचालन किया जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 25 लाख रुपए इस चाìजग बस स्टेशन पर खर्च किए जाने हैं।

10 साल का सफर पूरा

दरअसल, साल 2009 में मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट के बेडे़ में कमल, मिनी, लो फ्लोर बसों को संचालन शुरू किया गया था। इन बसों को शहर के अंदर से लेकर बाईपास समेत देहात रूटों पर संचालित किया जा रहा था। गत वर्ष के अंत में बसों की आयु पूरी होने के बाद उन्हें संचालन से बाहर करने का सिलसिला शुरू हो गया था। इसके बाद जुलाई माह आते-आते करीब 128 सिटी बसों का संचालन बंद हो गया।

एसी बसें बनी शोपीस

सिटी ट्रांसपोर्ट के बेडे़ में 8 नई एसी बसें भी शामिल हैं। मगर कोरोना संक्रमण के चलते मार्च माह से इन एसी बसों का संचालन बंद कर दिया गया था। हालांकि अनलॉक के साथ कुछ बसों का संचालन शुरू हुआ मगर अभी भी ज्यादातर बसें डिपो में शोपीस बनकर खड़ी हुई हैं।

निर्माणदायी संस्था को चार्जिग स्टेशन के लिए 31 मई तक का समय दिया गया है। संभवत: मई अंत तक यह स्टेशन चालू हो जाएगा। इसके बाद मुख्यालय से मिली 50 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होगा।

अनिल अग्रवाल, एआरएम

Posted By: Inextlive