इलेक्ट्रिक नहीं, करप्ट डिपार्टमेंट कहिए
- मेरठ के कई विभागों में जमी है भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें
- भ्रष्टाचार के मामले में बिजली विभाग सबसे आगे -पुलिस, एमडीए व निगम समेत कई विभागों के अफसर फंसे एंटी करप्शन की जांच में Meerut : बिजली विभाग के दफ्तर में ठेकेदार द्वारा आत्मदाह के प्रयास के बाद सामने आया कमीशन खोरी का यह कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि इस तरह के घूस खोरी से संबंधित न जाने की कितने ही मामले में एंटी करप्शन डिमार्टमेंट की जांच के घेरे में हैं। एंटी करप्शन के आंकड़ों पर यदि गौर करें तो पुलिस, एमडीए, नगर निगम समेत कई विभागों के ऐसे सैंकड़ों अधिकारियों व कर्मचारियों की जांच एंटी करप्शन डिमार्टमेंट कर रहा है, जिनमें उन पर भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरी का आरोप लगे हैं। चौंकाने वाले आंकड़ेमेरठ एंटी करप्शन डिपार्टमेंट के आंकड़ों पर गौर करें तो परिणाम चौंकाने वाले हैं। भ्रष्टाचार संबंधित मामलों की जांच कर रहा यह विभाग जनपद के ही कई सरकारी विभागों के सैंकड़ों ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों की पड़ताल कर रहा है, जो रिश्वतखोरी व गबन के मामलों में फंसे हैं। हैरान करने वाली बात तो यह है कि भ्रष्टाचार संबंधी मामलों सबसे अधिक बिजली विभाग के हैं।
विभाग रिश्तवखोरी गबन कुल मामले
बिजली विभाग फ्9 ख्ब् म्फ् पुलिस ख्8 क्7 ब्भ् एमडीए ख्फ् क्ख् फ्भ् नगर निगम क्9 0म् ख्भ्तहसील क्भ् 0ब् क्9
अन्य ख्क् क्8 फ्9 जड़े हैं मजबूत सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार की जड़े किस कदर मजबूत है इसकी जानकारी इन विभागों के अधिकारियों पर चल रहे भ्रष्टाचार के कुल आंकड़ों से स्पष्ट हो जाएगी। पिछले दो वर्षो के भ्रष्टाचार संबंधी आंकड़ों को यदि खंगाले तो पूरा सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार में डूबा नजर आता है। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते रजिस्टर्ड मामले वर्ष सीबीआई विजलेंस गिरफ्तार ख्009 - फ्म्8फ् ब्ख्क्8ख्0क्0 भ्9भ् फ्8ख्ख् ब्89ख्
ख्0क्क् म्00 फ्म्क्फ् ब्0म्ख् ख्0क्ख् 70फ् फ्भ्फ्क् ब्फ्ख्ब् ख्0क्फ् म्ब्9 ब्ख्ब्म् ब्फ्ब्भ् भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त गजेटेड व नॉन गजेटेड अफसर वर्ष गजेटेड नॉन गजेटेड ख्0क्0 क्ख्ब्क् म्म्क् ख्0क्क् म्भ्म् ब्क्7 ख्0क्ख् भ्8क् 88ब्ख्0क्फ् म्0क् 89म्
बिजली विभाग समेत कई सरकारी विभागों के अधिकारी भ्रष्टाचार के मामलों में फंसे हैं। ऐसे कई अधिकारियों के खिलाफ जांच की जा रही है। भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में बिजली विभाग की शिकायतें सबसे अधिक मिली हैं। विजय कुमार, डीएसपी एंटी करप्शन डिपार्टमेंट मेरठ