बच न पाएंगे बिजली चोर
शासन स्तर पर पुलिसकर्मियों की हुई तैनाती, जल्द शुरु होगा थाना
काफी दिनों से अधर में फंसा था बिजली थाने का मामला Meerut। बिजली चोरों पर अंकुश लगाने और बिजली चोरी संबंधी जांच और एक्शन के लिए एक बार फिर बिजली थानों की कवायद तेज हो गई है। शनिवार को मुख्यालय स्तर पर पुलिस विभाग द्वारा बिजली थानों के लिए स्टाफ नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया। इसके बाद अब जल्द ही करीब सालभर से अधर में लटकी बिजली थानों की प्रक्रिया दोबारा शुरु होगी। मेरठ के कंकरखेड़ा में बिजली थाना तैयार किया जा चुका है। स्टाफ की कमीबिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए गत वर्ष बिजली थाने की योजना पर काम शुरु किया गया था। शुरुआत इस साल जनवरी माह में होनी थी। इसके लिए बिजली विभाग ने अपने स्तर पर जेई लेवल के अधिकारी भी नियुक्त कर दिए थे लेकिन पुलिस फोर्स उपलब्ध न होने से बिजली थाने में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और सिपाहियों की नियुक्ति नही हो सकी थी।
बिजली थाना तैयारबिजली विभाग की तरफ से कंकरखेडा सब स्टेशन की बिल्डिंग में ही बिजली थाना तैयार किया जा चुका है, लेकिन बिजली चोरी की सूचना पर एक्शन लेने और धरपकड़ करने के लिए पुलिस अभी तक उपलब्ध नही है इसलिए थाना अधर में ही है। अब उम्मीद है कि जुलाई के अंत तक बिजली थाने की वर्किंग शुरु हो जाएगी। थाने में बिजली चोरी, शंटिंग, कटिया आदि के मामलों पर एफआईआर से लेकर कार्रवाई तक का काम किया जाएगा।
इनकी होगी तैनाती 1 इंस्पेक्टर 2 सब इंस्पेक्टर, 16 महिला व पुरुष सिपाही 2 लाइन मैन बिजली चोरी पर अंकुश बिजली चोरी की लगातार बढ़ रही शिकायतों पर अंकुश लगाने में यह बिजली थाना काफी मददगार साबित होगी। थाने का स्टाफ बिजली चोरी की शिकायत व आशंका पर तुरंत एक्शन लेगा और बिजली चोरों पर कार्रवाई होगी। इससे बिजली चोरी घटेगी और निर्बाध आपूर्ति मिलेगी। फैक्ट 87152 कनेक्शन चेक किए बिजली विभाग के प्रवर्तन दल ने 57046 प्रकरणों में मिली विद्युत चोरी 21088 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज कराई 6109.40 लाख की राजस्व वसूली की गई 11,852 छापे अभियान के तहत मेरठ क्षेत्र में डाले गए 7335 प्रकरणों में पकड़ी गई बिजली चोरी 3820 बिजली चोरी के मामलों में एफआईआर हुई दर्ज 812.59 लाख की हुई वसूलीबिजली थाने के लिए मुख्यालय स्तर पर स्टाफ की नियुक्ति की गई है। जल्द स्टाफ मिलने के बाद थाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
बीएस यादव, चीफ इंजीनियर