Meerut : विश्व हॉकी सीरीज में भाग नहीं लेता तो क्या करता? मेरा साथ किसी ने नहीं दिया. मेरे अपने प्रदेश ने मुझसे मुंह मोड़ लिया था. मेरे ऊपर घर की जिम्मेदारियां थी. ऐसे में देश को छोड़ विश्व हॉकी सीरीज में खेलना मेरा अपना फैसला था. ये कहना है भारतीय हॉकी टीम से बाहर चल रहे विकास शर्मा का. नैनीताल से विकास ने फोन पर आई-नेक्स्ट से बात की.


नाम कटने का दुख नहीं

हॉकी इंडिया ने हाल ही में जारी की 32 खिलाडिय़ों की कांट्रेक्ट लिस्ट से मेरठी मिडफिल्डर विकास शर्मा का नाम हटा दिया है। संघ ने ऐसे खिलाडिय़ों को कांट्रेक्ट से दूर रखा है जिन्होंने विश्व हॉकी सीरीज में भाग लिया था। ऐसे में विकास शर्मा सहित देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को कांट्रेक्ट लिस्ट से हटा दिया गया है।

बयां किए दिल के जज्बात

विकास शर्मा ने अपने जज्बात जाहिर करते कहा कि मेरा विश्व हॉकी सीरीज में खेलना मजबूरी था। मेरी मदद अपने प्रदेश ने ही नहीं की। कोई भी मेरा साथ देने के लिए नहीं खड़ा था। ऐसे में मुझे अपने परिवार को देखना था। यही कारण रहा कि मैंने विश्व हॉकी सीरीज में खेलना चाहा।

खत्म हो विवाद

हॉकी इंडिया और भारतीय हॉकी संघ के बीच चल रहे विवाद में कई अच्छे खिलाड़ी पिस रहे हैं। विकास ने सीरीज में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। विकास ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हॉकी इंडिया और भारतीय हॉकी संघ के बीच चल रहा विवाद खत्म हो जाए। जिससे कई अच्छे खिलाडिय़ों को खेलने का मौका मिल सके।

लक्ष्य 2015 ओलंपिक

विश्व हॉकी सीरीज में खेलकर लंदन ओलंपिक में खेलने का मौका गंवाने वाले विकास को उम्मीद है कि वह 2015 ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेगा। विकास ने कहा कि उसका लक्ष्य 2015 ओलंपिक में खेलना ही है।

Posted By: Inextlive