पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को बीजेपी कार्यकर्ता प्यार से कहते थे बाबूजी

2014 की विजय शंखनाद रैली में आखिरी बार मेरठ पहुंचे थे कल्याण सिंह

भ्रष्टाचार पर कांग्रेस और दंगों पर सपा पर साधा था निशाना

Meerut। यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन की खबर के बाद शहर में शोक की लहर छा गई। वहीं शहर के बीजेपी नेताओं ने कहाकि आज हमारे बीच से कार्यकर्ताओं का संरक्षक हमसे दूर चला गया है। बीजेपी कार्यकर्ता अपने प्रिय नेता कल्याण सिंह को बाबू जी कहते थे। बीजेपी के नेताओें ने कहाकि यूपी में बदलाव की बयार देकर हमारे बाबूजी हमसे दूर चले गए। देश में राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता कल्याण सिंह रहे थे।

2014 में आखिरी बार आए थे मेरठ

भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रहे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह अंतिम बार 2014 में मेरठ आए थे। मौका था, पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली का.शताब्दीनगर के माधवकुंज मैदान में 2 फरवरी 2014 को भाजपा की विजय शंखनाद रैली आयोजित की गई थी। इसमें मोदी और पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ कल्याण सिंह भी मेरठ पहुंचे थे। उस दौरान, उन्होंने भ्रष्टाचार और घोटालों के लिए कांग्रेस को जमकर कोसा था और कहा था कि भ्रष्टाचार के कारण ही देश का विकास नहीं हो पा रहा है। 385 लाख करोड़ रुपए का घोटाला कांग्रेस सरकार कर चुकी है, इससे विकास के कई काम हो सकते थे। उन्होंने प्रदेश में तत्कालीन सपा सरकार को भी निशाने पर लिया था और सपा पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया था।

राम मंदिर के लगवाए थे नारे

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल रहे कल्याण सिंह ने जब विजय शंखनाद रैली में मंच संभाला था, तो भाषण की शुरुआत मोदी की तारीफ से नहीं, बल्कि राम मंदिर बनवाने की बात से ही की थी। जय श्री राम का नारा जब जोर से नहीं गूंजा, तो उन्होंने चुटकी ली थी कि इतनी धीरे से बोलोगे तो मंदिर कैसे बनेगा?

दंगों पर भी साधा था निशाना

उस समय मुजफ्फरनगर दंगों के कारण पश्चिमी यूपी का माहौल संवेदनशील था। कल्याण सिंह ने कहा था कि मुजफ्फरनगर दंगों में बेकसूर फंसाए जा रहे हैं। उन्होंने शासन को अशांति फैलने की चेतावनी भी दी थी। इसके अलावा, उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में गन्ना किसानों के लिए किए गए कामों को भी गिनाया था और कहा था कि सभी किसानों को भुगतान कराया गया था।

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वेस्ट यूपी में कल्याण सिंह का सफर

- अलीगढ़ की अतरौली विधानसभा सीट से 9 बार विधायक रहे, दो बार सीएम बने।

- बुलंदशहर की डिबाई विधानसभा सीट से दो बार विधायक बने, लेकिन बाद में सीट छोड़ दी।

- बुलंदशहर से बीजेपी से अलग होकर एसपी के समर्थन से 2004 में सांसद बने।

- अलीगढ़ में सतीश गौतम को टिकट देने पर वह राज्यपाल रहते बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी करने पर विवादों में फंसे।

- बुलंदशहर से 2014 और 2019 में अशोक प्रधान को टिकट देने का विरोध किया और अपने खास भोला सिंह को टिकट दिलाकर सांसद बनवाया।

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मेरठ में दिए कुछ प्रमुख भाषण

- मंदिर अयोध्या में नही तो क्या लाहौर में बनेगा।

- अब मेरठ की धरा से दूसरी आजादी की चिंगारी फूटनी चाहिए। वेस्ट का इतिहास इसकी गवाही भी देता है।

- देश को जैसा बनाना चाहेंगे, वैसा ही बनेगा। बस, इसके लिए जाति एवं संप्रदाय के बंधन से मुक्ति पानी होगी। मेरठ से उठी हुंकार से अब दूसरी आजादी का रास्ता खुलेगा

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कोट्स

कल्याण सिंह का जाना एक युग का अंत है। आज हमारे बीच से कार्यकर्ताओं का संरक्षक चला गया है। अनुशासित और कुशल व्यक्तित्व आज हमें छोड़कर चला गया है। कल्याण सिंह जी का मेरठ से गहरा लगाव था।

लक्ष्मीकांत बाजपेयी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का हमारे बीच से जाना अत्यंत दुखद है। उनका कार्यकाल हमेशा याद रहेगा। उनकी नीतियों पर चलते रहेंगे, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।

डॉ। सोमेंद्र तोमर, विधायक

Posted By: Inextlive