Meerut: दो साल पहले सपना टूटा था वो सपना जख्म बनकर कुरेद रहा था. बस अब और नहीं. वो वापसी कर रही है मजबूती के साथ बुलंद हौसलों के साथ और फौलादी ताकत के साथ. निगाहें होंगी ओलंपिक के चमकते मेडल पर. लक्ष्य होगा अपने गुरू का सपना पूरा करने का. जी हां गोल्डन गर्ल अलका तोमर ने कुश्ती में वापसी के संकेत दे दिए हैं. यानि अर्जुन अवार्डी अलका तोमर अब एक बार फिर ओलंपिक में मेडल का सपना लेकर मैदान में उतरने को तैयार हैं.


बस कुछ समय और आईनेक्स्ट के साथ एक्सक्लूजिव बातचीत में अलका तोमर ने बताया कि वह कुश्ती में एक प्लेयर के तौर पर वापसी करने का विचार कर चुकी हैं। शादी करके नई जिंदगी गुजार रही अलका के ससुराल वाले भी इस महिला मल्ल को कुश्ती के मैट पर लौटते देखना चाहते हैं। अलका के बेटा हो गया है और वो अब अपनी घरेलू जीवन के साथ ही कुश्ती में वापसी का सपना देख चुकी हैं। ओलंपिक में मेडल जीतने का लक्ष्य साध चुकी हैं। हो जाती तैयारी शुरू अलका ने अपना लक्ष्य ओलंपिक 2016 में मेडल रखा है। अलका ने कहा कि अभी उनकी सर्जरी हुई है। ऐसे में वो एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग नहीं ले सकती हैं। लेकिन ओलंपिक की तैयारी के लिए जल्द ही कुश्ती की प्रैक्टिस शुरू करने जा रही हैं। अब इंतजार इसका
अलका तोमर ने कहा है कि उनके करियर में बस इंजरी ने उन्हें परेशान किया है। इसी इंजरी और 2012 ओलंपिक के क्वालीफाई राउंड में मौका गंवाने के बाद संन्यास का मन बना लिया था। लेकिन डॉक्टर्स ने इस इंजरी से उबरने के लिए उन्हें आराम करने को कहा था। बेशक अब आराम करते-करते काफी समय हो गया है। साथ ही 2016 ओलंपिक को आने में भी अभी दो साल का वक्त है और ये काफी भी है। वो तब तक फिट हो जाएंगी। बस गुरू जी को मिले अवार्डअलका के जहन में ओलंपिक में मेडल का सपना जरूर तैर रहा हो, लेकिन उनके दिल में बस एक कसक है, कि उनके गुरू जबर सिंह सोम को द्रोणाचार्य अवार्ड मिल जाए। अब अलका अपने इस सपने को पूरा करने के लिए तैयारी कर चुकी हैं और बस अपनी इंजरी ठीक होने का। यूं टूटा सपना अलका का सपना 2012 ओलंपिक में खेलने का टूट गया था। जब उनके साथ पक्षपात हुआ था। अलका ने क्वालीफाइंग राउंड में विरोधी रेसलर को चित्त कर दिया था, लेकिन रेफरी ने इसे नकार दिया था और विरोधी को जीताकर ओलंपिक का टिकट थमा दिया था। बॉक्स: ये है गोल्डन गर्लअलका तोमर ने ओलंपिक मेडल को छोड़कर बाकि सभी चैंपियनशिप में मेडल जीते हुए हैं। अलका के नाम पहली महिला होने का भी रिकार्ड है जिन्होंने देश के लिए वल्र्ड कुश्ती चैंपियनशिप में मेडल जीता है। साथ ही दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में मात्र चंद सैंकडों में विरोधी को हराकर गोल्ड जीतकर दिखाया था।


मैं वापसी की तैयारी कर रही हूं। 2016 ओलंपिक में उतरने का लक्ष्य है। इंजरी ठीक होने का वेट कर रही हूं। फिर मैट पर मेडल का लक्ष्य लेकर उतर जाउंगी प्रैक्टिस करने। अलका तोमर, पूर्व रेसलर अगर वो वापसी करना चाहती है तो इसमें कोई हर्ज नहीं है। उसे हक है, उसके मन में बस ओलंपिक का सपना ही है और मुझे मालूम है कि वो इसे पूरा करने में सक्षम है। जबर सिंह सोम, अलका के कोच

Posted By: Inextlive