ध्यान रखिए : जिंदगी न मिलेगी दोबारा
- ट्रिपल राइडिंग से होते हैं सबसे ज्यादा सड़क हादसे
- 20 युवकों की हो चुकी है बीते एक साल में सड़क हादसे में मौत ट्रिपल राइडिंग से होते हैं सबसे ज्यादा सड़क हादसे - ख्0 युवकों की हो चुकी है बीते एक साल में सड़क हादसे में मौत MeerutMeerut। शहर के पढ़े-लिखे युवा जान जोखिम में डालकर ट्रिपल राइडिंग कर रहे है। हालांकि, वे चौराहों पर पुलिस कर्मियों को देखकर उतर तो जाते हैं, लेकिन उसके बाद फिर ट्रिपल राइडिंग शुरू कर देते है। लेकिन उन्हें नहीं पता कि वे जान जोखिम में डाल रहे है। ट्रिपल राइडिंग में ही एक साल में बीस युवक सड़क हादसे का शिकार हो चुके है। ये है ट्रिपल राइडिंग- अगर कोई अपने दुपहिया वाहन पर तीन सवारियां बैठाकर वाहन चलाता है तो वह ट्रिपल राइडिंग की श्रेणी में आ जाता है।कंपनियों ने दी चेतावनी
दुपहिया वाहन की हीरो, बजाज, यामाहा, होंडा, टीवीएस समेत आदि कपंनियों ने भी अपने वाहनों के वारंटी कार्ड में दुपहिया वाहनों पर ट्रिपल राइडिंग न करने की चेतावनी दे रखी है। क्या होता है नुकसानदोपहिया वाहनों पर ट्रिपल राइडिंग करने से सड़क हादसे का ज्यादा डर रहता है। जिससे अब तक एक साल में ख्0 से ज्यादा युवक असमय काल के गाल में समा चुके हैं।
हाइवे पर ज्यादा हादसे टीआई सुनील कुमार का मानना है कि हाइवे पर ज्यादा ट्रिपल राइडिंग होती है। जिससे लोग सड़क हादसे का शिकार होते है। वहीं, चौराहों पर लगे साइन बोर्ड में लिखा होता है कि दोपहिया वाहनों पर ट्रिपल राइडिंग मत करो। घर पर तुम्हारा कोई इंतजार कर रहा है। लेकिन लोग नहंी मानते और ट्रिपल राइडिंग करते है। टीआई सुनील कुमार ने बताया कि बीते एक महीने में ट्रिपल राइडिंग पर ख्00 चालान हो चुके है। वर्जन सड़क पर दुपहिया वाहनों पर ट्रिपल राइडिंग सबसे खतरनाक है। ट्रिपल राइडिंग रोकने के लिए पंद्रह दिन में एक बार हमेशा अभियान चलाया जाता है। गजेंद्र पाल सिंह, सीओ ट्रैफिक मेरठ