सात हजार लोगों को रोजगार देगा एमडीए का आईटी पार्क
-केन्द्र की योजना के तहत एसटीपीआई तैयार करेगी सेट-अप
-साढ़े सात एकड़ भूमि में से पांच एकड़ में एमडीए करेगा निर्माण -बंगलुरु व नोएडा की तर्ज पर पहचाना जाएगा मेरठ महानगर Meerut: लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी एमडीए की आईटी पार्क योजना पर कैबिनेट मंजूरी के बाद प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है, जिससे जल्द ही मेरठ के भी आईटी हब बनने की संभावना बढ़ गई है। क्या है योजना केन्द्र सरकार की योजना के अंतर्गत शासन ने एमडीए से भूमि मांगी थी, जिसके चलते एमडीए ने अपनी योजना वेदव्यासपुरी में साढ़े सात एकड़ भूमि का चयनित की थी। इसमें से ढाई एकड़ भूमि एमडीए ने केन्द्र सरकार की कार्यदायी संस्था एसटीपीआई को तीस साल के लिए लीज पर दे रखी है। ऐसे परवान चढ़ेगी योजनाएमडीए द्वारा मुहैया कराई गई ढाई एकड़ जमीन में एसटीपीआई योजना को सेट-अप तैयार करके देगी। इसके बाद एमडीए इसी तर्ज पर योजना की अन्य पांच एकड़ भूमि में अपना कार्य शुरू करेगा।
सात हजार लोगों को रोजगारएमडीए की मानें तो योजना को मूर्त रूप मिलने के बाद बंगलुरु व नोएडा की तर्ज पर मेरठ भी आईटी हब शहरों में शुमार हो जाएगा। आईटी पार्क की स्थापना के बाद यहां आईटी बेस्ड मल्टीनेशनल कंपनियों की स्थापना होगी, जिसके चलते मेरठ व आस-पास के लगभग सात हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सकेगा।
आईटी पार्क योजना के लिए भूमि पर कार्य शुरू करा दिया गया है। योजना को मूर्त रूप मिलने के बाद यहां रोजगार की अपार संभावनाएं खुल जाएंगी। राजेश यादव, वीसी एमडीए