Meerut : अपनी डिक्शनरी से सस्ता शब्द डीलीट कर देना अच्छा होगा. खासकर पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स के लिए. बजट आने के ठीक एक दिन बाद कीमतें बढ़ाकर पब्लिक पर पेट्रोल बम से अटैक किया गया है. दो सप्ताह के भीतर करीब चार रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी है. मेरठ की जेब से प्रतिदिन तीन लाख रुपए और खर्च करने होंगे...


अब सस्ते के धोखे में ना रहें बजट के खुशी और गम को महसूस कर ही रहे थे कि पेट्रोल कंपनियों ने पेट्रोल बम फोड़ दिया। आम जनता के ऊपर 15 दिन के अंदर दूसरी बार बोझ बढ़ाया गया है। लोकप्रिय बजट के हो हल्ला के बाद पेट्रोल बम ने नाराज कर दिया है। साबित हो गया है कि सस्ते की उम्मीद करना अपने को धोखा देना है। सरकार की नीतियों को लेकर एक बार फिर लोगों की निगाह में ला दिया है। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमतों में 1.50 रुपए की बढ़ोतरी कर करारा झटका दिया है। टैक्स लेकर ये करीब दो रुपए पड़ेगा। पिछले 15 दिनों में टैक्स सहित करीब चार रुपए बढ़ गए हैं।इससे पहले


इससे पहले पिछले महीने 15 फरवरी को भी सरकार ने पेट्रोल की कीमत में 1.50 रुपए की बढ़ोत्तरी कर लोगों को चोट पहुंचाई थी। यूपी में टैक्स ज्यादा है इसलिए यहां पर कंपनियों के बढ़ाये रेट के अलावा भी खर्च करना पड़ेगा। टैक्स के साथ अगर देखें तो पेट्रोल 1.93 रुपए महंगा हो गया है।डेढ़ लाख लीटर की खपत

मेरठ में एक दिन में डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की खपत है। ऐसे में मेरठ के पब्लिक की जेब से रोजाना तीन लाख रुपए अतिरिक्त रकम देनी होगी। मेरठ के डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना है कि रेट बार-बार बढ़ाना ठीक नहीं है। सरकार को कोई रास्ता निकालना चाहिए जिससे एक तय समय में ही रेट बढ़े।पहले के रेटसादा 74.20प्रीमियम 83.19अब के रेटसादा 76.13प्रीमियम 85.12 'पेट्रोल कंपनियों को घाटा हो रहा था। जिसकी वजह से पेट्रोल के दाम कंपनियों ने बढ़ाए हैं। लेकिन ये रेट एक ही बार बढ़ते तो सही रहता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.'-राकेश जैन, अध्यक्ष मेरठ पेट्रोलियन एसोसिएशनसप्ताह में दो दिन  कार को दें आराममहंगाई से बचने का रास्ता खोजना होगा। पेट्रोल का यूज कम करेंंगे को तो खर्चा भी कम आएगा। अब संकल्प लेने का समय है कि सप्ताह में कम से कम एक दिन या दो दिन अपने व्हीकल का यूज नहीं करेंगे। अगर कहीं जाना है तो साइकिल या किसी से लिफ्ट लेकर या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करेंगे।कुछ टिप्स बचत के- अगर आप अपना जेब खर्च बचाना चाहते हैं तो हफ्ते में दो दिन अपने वाहन का इस्तेमाल ना करें।- जाम में अपनी अपने वाहन को बंद रखें।- एक या दो दिन आप अपने सहकर्मी से लिफ्ट लेकर जाएं

- अगर आप दिन में किसी को लिफ्ट देने से बच रहे हैं, तो इसमें बदलाव लाइए। - पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें - महीने का खर्च कम करने का एक अच्छा तरीका साइकिल चलाना भी है। इससे स्वास्थ्य भी ठीक होगा

Posted By: Inextlive