पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर सभी पार्टियों ने जताया शोक, कांग्रेसी नेताओं ने आपात बैठक बुला दी श्रद्धांजलि

सांसद ने कहा, ज्ञान का भंडार थे प्रणव मुखर्जी, बीडीएस स्कूल के छात्रों को भी दिया था आर्शीवाद

Meerut। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन के बाद मेरठ में कांग्रेसी नेताओं के साथ-साथ सभी पार्टी के नेताओं ने अपनी शोक-संवेदनाएं व्यक्त की हैं। वहीं कांग्रेसियों ने कहा कि प्रणव मुखर्जी के जाने से पार्टी को राजनीतिक और सामाजिक दोनों तरह से नुकसान पहुंचा है। जिला कांग्रेस कमेटी की आपात बैठक जिलाध्यक्ष अवनीश काजला की अध्यक्षता में बुलाई गई। बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।

मौन धारण कर दी श्रद्धांजलि

बैठक के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा की प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति रहते हुए अनके महत्वपूर्ण निर्णय देशहित में लिए। वह जिस पद पर भी रहे, उस पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। चाहे वो वित्त मंत्रालय क्यों न रहा हो। बैठक के अंत मे दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता युसुफ कुरैशी ने बताया कि सन 1955 के करीब इंदिरा गांधी मेरठ आई थी, उस समय प्रणव मुखर्जी भी मेरठ आए थे। त्यागी हॉस्टल में सभा को संबोधित किया गया था। तब उनके विचारों को सुनने का मौका मिला था। इस दौरान बैठक में प्रवक्ता हरिकिशन अंबेडकर, महेंद्र शर्मा, सलीम खान, नवनीत नागर, बबिता गुजर्र, मनोज कुराली, आशा राम, मु‌र्स्लीम चौहान, नईम राणा, तेज पाल डाबका, रोहित राणा आदि मौजूद रहे।

सांसद ने जताया शोक

वहीं मेरठ-हापुड़ से सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी भारत रत्न प्रणव मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक और सामाजिक जीवन में बहुत बड़ा शून्य निर्माण हो गया है। प्रणव दा ज्ञान का भंडार थे। उन्होंने कई पदों पर रहते हुए अच्छे कार्य कर भारत का नाम ऊंचा किया है। संसद में उनके विचार सुनकर काफी अच्छा लगता था।

स्टूडेंटस को दिया था आशीर्वाद

बीडीएस स्कूल के प्रधानाचार्य गोपाल दीक्षित पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिलने के लिए 29 अगस्त 2015 को गए थे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को अपना आशीर्वाद दिया था। सभी बच्चों को मेहनत के साथ पढ़ने के लिए भी प्रेरित किया था। प्रधानाचार्य गोपाल दीक्षित ने बताया कि वह भी स्टूडेंट्स के साथ गए थे। उन्होंने बताया कि प्रणव दा ने कहा था कि शिक्षक की मेहनत से ही बच्चा पढ़ लिखकर आगे बढ़ता है। बच्चों को अच्छा ज्ञान और मार्गदर्शन दो, जिसके चलते बच्चे पीढि़यां तरक्की के रथ पर चढ़कर बुलंदियों के झंडे गाड़ सके।

Posted By: Inextlive