लखनऊ (ब्यूरो)। लगातार बढ़ती बिजली की डिमांड के मद्देनजर राजधानीवासियों को भरपूर बिजली देने और ट्रिपिंग से राहत देने के लिए आरडीएसएस योजना को पूरी तरह से इंप्लीमेंट कर दिया गया है। इसके अंतर्गत ट्रांस और सिस गोमती एरिया में न सिर्फ हाई लेवल पर बिजली उपकरण मेंटीनेंस कराया जा रहा है, साथ ही जर्जर केबिल लाइनों को भी बदला जा रहा है। कुल मिलाकर प्रयास यही है कि जब भीषण गर्मी पड़े तो उस दौरान भी किसी भी एरिया में लो वोल्टेज या बिजली गुल होने संबंधी कंपलेन सामने न आए।

इस तरह बना है प्लान

आरडीएसएस योजना के अंतर्गत मुख्य रूप से तीन से चार बिंदुओं पर प्लान बनाया गया है। इसके साथ ही इस प्लान को जल्द से जल्द पूरी तरह से इंप्लीमेंट भी किया जाना है, जिससे बिजली संकट संबंधी शिकायत सामने न आए।

प्लान के बिंदु

1-जर्जर केबिल लाइन-ट्रांस और सिस गोमती एरिया में ऐसे इलाकों में जर्जर केबिल लाइन चेंज की जा रही है, जहां पर ट्रिपिंग या लो वोल्टेज की समस्या सामने आती है। अभी तक आधा दर्जन से अधिक इलाकों में केबिल लाइन चेंज की जा चुकी हैैं। वहीं अगले 10 दिन के अंदर एक दर्जन नए इलाकों में लाइन शिफ्टिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा।

2-ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता-ट्रांस और सिस गोमती एरिया में ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। अभी तक गोमतीनगर, इंदिरानगर, विकास नगर इत्यादि इलाकों में यह कार्य रफ्तार पकड़ चुका है, वहीं अन्य लोगों में शटडाउन लेकर यह कार्य किया जा रहा है।

3-डैमेज पोल-जिन एरियाज में डैमेज पोल हैैं, उन्हें भी रिप्लेस किया जा रहा है। जिससे आंधी या तूफान आने पर इनकी वजह से कोई हादसा न हो साथ ही बिजली संकट भी न छाए। अभी तक 20 से अधिक प्वाइंट्स पर इस काम को पूरा किया जा चुका है।

4-1912 पर फोकस-हेल्पलाइन नंबर 1912 पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिससे अगर किसी उपभोक्ता की ओर से इस नंबर पर बिजली संबंधी कोई भी शिकायत दर्ज कराई जाती है तो उसे तत्काल निस्तारित किया जा सके।

5-सबस्टेशंस मेंटीनेंस-सिस और ट्रांसगोमती एरिया में सबस्टेशंस मेंटीनेंस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। सबस्टेशंस से पावर ट्रांसफॉर्मर्स पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही मैन पावर भी बढ़ाया जा रहा है।

पब्लिक को फायदा

1-ट्रांसफॉर्मर दगा नहीं देंगे

2-लो वोल्टेज से राहत

3-जर्जर केबिल तारों की स्पार्किंग से मुक्ति

4-भरपूर बिजली मिलेगी

लगातार सर्वे जारी

ट्रांस और सिस गोमती एरिया में लगातार सर्वे जारी है। सर्वे के दौरान ऐसे प्वाइंट्स तलाशे जा रहे हैैं, जहां पर तत्काल केबिल लाइन बदली जानी है या फिर ट्रांसफॉर्मर्स रिप्लेस किए जाने हैैं। वहीं पब्लिक फीडबैक सिस्टम को भी बेहतर बनाने की दिशा में प्लानिंग की जा रही है। इसके लिए सबस्टेशन लेवल पर कवायद हो रही है।