अब घर नहीं पहुंचेगा रेलवे का आई टिकट
रेलवे का आई टिकट सिस्टम हुआ बंद
Meerut। आईआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक कराए जाने वाले आई टिकट की व्यवस्था को इस माह रेलवे ने बंद कर दिया है। पहले टिकट बुक कराने पर आईआरसीटीसी द्वारा घर पर ही टिकट भेज दिया जाता था लेकिन इस सुविधा का लगातार उपयोग कम होने के कारण अब यात्रियों को घर बैठे टिकट नही मिल सकेगा। 1 मार्च से बंद हो गई आई टिकट की वेबसाइट पर बुकिंग आईआरसीटीसी ने वेबसाइट से हटाया बुकिंग का विकल्प अप्रैल 2002 में हुई थी इस सुविधा की शुरुआत रेलवे द्वारा बुकिंग के बाद यात्री के घर पर पहुंचता था पेपर टिकट इस सुविधा में टिकट बुक कराने वाले यात्री को देना होता था अतिरिक्त किराया स्लीपर और सेकेंड एसी के टिकट के लिए 80 रुपए अतिरिक्त शुल्क फर्स्ट एसी के लिए 120 रुपए अतिरिक्त शुल्कअब मोबाइल पर टिकट कंफर्म मैसेज और आईडी दिखाना का बना नियम
600 से 700 टिकट का मेरठ सिटी स्टेशन से रोजाना हो रहा था रिजर्वेशन 8-9 हजार रोजाना अनारक्षित श्रेणी में टिकट बिक्री 30-35 हजार रोजाना अनारक्षित श्रेणी में टिकट बुकिंग से आय 40-45 हजार रोजाना आरक्षित श्रेणी में टिकट बुकिंग से आय3 ट्रेन मेरठ से होती हैं संचालित
10-12 हजार यात्रियों की रोजाना मेरठ से आवाजाही
जब से मोबाइल पर मैसेज और प्रिंट आउट की सुविधा शुरू हुई है। आई टिकट का यात्रियों द्वारा प्रयोग बंद सा हो गया था। जब मैसेज दिखाकर काम चल सकता है तो एक्सट्रा पैसे कोई नही देना चाहता, इसलिए इस सुविधा को बंद कर दिया गया। आर। पी। शर्मा, स्टेशन अधीक्षक