सब्जियों के बढ़ते दाम ने बिगाड़ा आम आदमी का बजट

बारिश के कारण सब्जियों के दामों में हो रहा इजाफा

टमाटर, भिंडी और अन्य सब्जियों के लगातार बढ़ रहे दाम

Meerut। लॉकडाउन भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन लॉकडाउन के बाद भी सब्जियों के दाम में किसी प्रकार की कमी आने का नाम नही ले रही है। पहले लॉक डाउन के दौरान किसानों की मंडियों में आवाजाही प्रभावित होने और राज्य के बीच आवागमन बंद होने के कारण दो तीन माह तक सब्जियों के दाम अधिक रहे थे, ऐसे में यह माना जा रहा था कि अब अनलॉक शुरु होने के बाद दाम में कमी आएगी, लेकिन ऐसा नही हुआ उल्टा सब्जियों के दाम में लगातार इजाफा जारी है। खासतौर पर पहाड़ी सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इससे आम घर की रसोई का स्वाद और बजट दोनो बिगड़ रहा है।

आलू से लेकर खीरा तक महंगा

प्याज और टमाटर के दाम भले ही अब सामान्य स्तर पर पहुंच गए हों, लेकिन सब्जियों के राजा आलू के दाम कम होने के बजाए बढ़ते ही जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि लॉकडाउन के दौरान 10 से 15 रुपये किलो तक में बिकने वाले आलू के दाम आज 40 रुपये किलो तक पहुंच गया है। वहीं देशी आलू भी 30 से 35 रुपए किलो तक बिक रहा है। वहीं इसके अलावा भिंडी, टिंडा, खीरा, बीन्स, गोभी भी आम आदमी के बजट से दूर होती जा रही है। यह सब्जियां भी 100 रुपए पार तक पहुंच चुकी हैं। वहीं सलाद के तौर पर काम आने वाला खीरा तक भी 10 रुपए किलो से बढ़कर अब 30 रुपए किलो तक पहुंच चुका है।

फुटकर का बाजार महंगा

नवीन सब्जी मंडी के प्रमुख आढतियों की मानें तो फिलहाल बरसात के कारण पहाड़ी राज्यों से आने वाली सब्जियों के दाम उछाल पर हैं। दाम में इजाफा सिर्फ इसी वजह से हो रहा है। बरसात के कारण सब्जियां खराब अधिक हो रही है इस कारण से आमद कम है। आमद प्रभावित होने के कारण दाम में इजाफा हो रहा है। इस कारण से अभी अगले एक माह तक इसी दाम में कुछ सब्जियां मिलेगी। इसमें भिंडी, बीन्स, खीरा, टिंडा, मटर आदि शामिल हैं। वहीं इसी का फायदा उठाते हुए शहर की तमाम फुटकर मंडियों में सब्जियों के ज्यादा दाम ज्यादा वसूले जा रहे हैं। फुटकर बाजार में जहां भिंडी 50 रुपये किलो में बिक रही है तो वहीं मंडी में इसका रेट 30 से 35 रुपए किलो ही है। लौकी भी मंडी में 15 से 20 रुपये किलो में उपलब्ध है जबकि फुटकर में 30 रुपए तक बिक रही है। वहीं नवीन मंडी में खीरा का दाम 22 से 25 रुपये किलो के बीच में ही है जबकि फुटकर में 40 रुपए किलो तक बेचा जा रहा है। फुटकर में हरी सब्जियों की बात की जाए तो परवल, लौकी आदि के दाम 40 से 60 रुपये किलो तक बिक रहा है।

सब्जी होल सेल फुटकर

आलू 30 रुपए किलो 40 रुपए किलो

भिंडी 30 से 35 रुपए किलो 40 से 50 रुपए किलो

टिंडा 35 रुपए किलो 40 से 45 रुप किलो

खीरा 22 से 25 रुपए किलो 40 रुपए किलो

बीन्स 40 से 50 रुपए किलो 80 से 100 रुपए किलो

अरबी 30 रुपए किलो 40 से 50 रुपए किलो

बरसात के कारण पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाली सब्जियां काफी महंगी हो गई हैं। इन सब्जियों की आमद कम हुई हैं क्योंकि ये बरसात के कारण खराब अधिक हो गई हैं। ऐसे में इनका दाम अभी अधिक रहेगा।

अशोक प्रधान, अध्यक्ष नवीन सब्जी मंडी

फुटकर विक्रेताओं को मंडी से ही सब्जियां कम और महंगी मिल रही हैं ऐसे में ग्राहकों को महंगी ही पड़ रही है। बरसात में हर साल सब्जियों का दाम बढ़ता ही है।

सुभाष, सब्जी विक्रेता

सब्जियों के दाम तो इस पूरे साल ही अधिक रहे हैं। सिर्फ प्याज के दाम में कुछ राहत है वरना आलू, टमाटर सब महंगा है। लॉक डाउन से पहले सíदयां अब बरसात कुछ ना कुछ वजह रहती ही है।

पुष्पा

कम से कम आलू, प्याज और टमाटर इन सब्जियों के दाम पर सरकार का कंट्रोल रहना चाहिए ताकि बेसिक सब्जियों से घर से बजट ना बिगडे़ लेकिन इनके दाम ही हर बार बढ़ते हैं।

आशा

Posted By: Inextlive