अब मिठाई नहीं मॉरिशस का टूर चाहिए
- बढ़ गई है बच्चों की डिमांड, अच्छे रिजल्ट आने पर स्मार्टफोन से लेकर फॉरेन टूर की कर रहे डिमांड
- रिजल्ट अच्छा तो गर्ल्स को चाहिए अपनी स्कूटी, फ्रेंडस के साथ होगी आउटिंग और मस्ती बढ़ गई है बच्चों की डिमांड, अच्छे रिजल्ट आने पर स्मार्टफोन से लेकर फॉरेन टूर की कर रहे डिमांड - रिजल्ट अच्छा तो गर्ल्स को चाहिए अपनी स्कूटी, फ्रेंडस के साथ होगी आउटिंग और मस्तीMeerut :Meerut : पापा प्लीज इस बार कार चलाने की परमिशन दे देना, 97 प्रतिशत से ऊपर मार्क्स आए तो मॉरिशस और कम आने पर शिमला। फ्रेंडस के साथ बाहर जाने पर अब नो रोक-टोक। इस बार चाहिए महंगा वाला स्मार्टफोन। जी हां कुछ इसी तरह की फरमाइश है स्टूडेंट्स की अपने पेरेंट्स से। कुछ बोर्ड के रिजल्ट आ गए हैं और कुछ आने वाले हैं। जहां रिजल्ट आने के बाद कुछ की फरमाइश पूरी हो चुकी है तो कुछ की फरमाइश रिजल्ट के इंतजार में पेंडिंग में है।
चाहिए कुछ ज्यादाअच्छे रिजल्ट के बाद सिर्फ मिठाइयों से काम नहीं चलेगा, बच्चों को अब बच्चों वाली यह चीजें नहीं, बल्कि बड़ों वाली चीजें चाहिए। यानी उन्हें बोर्ड के अच्छे रिजल्ट के बदले गिफ्ट में न तो डिजाइनर ड्रेस चाहिए, न किसी बड़े रेस्टोरेंट में डिनर पार्टी और न ही स्टडीज ऑवर्स में कुछ घंटों का रिलैक्सेशन। उन्हें तो एक अच्छी सी वेकेशन, स्कूल बस से छुटकारा और फ्रेंडस के साथ आउटिंग पर लगी पाबंदी पर छूट चाहिए। सीबीएसई एग्जाम के रिजल्ट की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इसके साथ ही बच्चों की डिमांड भी होने लगी है और पेरेंट्स की प्रॉमिस भी। उम्मीद जताई जा रही है कि इस हफ्ते में क्ख्वीं का रिजल्ट भी आ जाएगा। जिनके रिजल्ट आ चुके हैं, उनकी तो डिमांड पेरेंट्स पूरी भी कर चुके हैं, ऐसे में बच्चे भी अपनी डिमांड लिस्ट पर पेरेंट्स से हां करवाने में जुट गए हैं।
अब नहीं चलेगा कोई बहाना अपनी बड़ी डिमांड पूरी करवाने के लिए बच्चों के पास रिजल्ट ही सबसे अच्छा मौका है। वैसे तो यह मौका पेरेंट्स भी उन्हें देते हैं, क्योंकि आम दिनों में जब बच्चे डिमांड करते हैं, तो उनका भी यही जबाव होता है कि रिजल्ट अच्छा आया तो हर डिमांड पूरी होगी। अब बच्चों ने तो सालभर की मेहनत से वो वादा पूरा कर लिया है, तो अब पेरेंट्स का कोई भी बहाना नहीं चलने वाला है। वेकेशन में जाना है विदेशअभी तक जहां बच्चों का फेवरिट वेकेशन डेस्टिनेशन नानी और दादी का घर या इंडिया में ही किसी स्टेशन तक सीमित था। वहीं इस बार उनकी डिमांड विदेश में वेकेशन मनाने की है। अब रिजल्ट अच्छा लाने के लिए मेहनत भी तो खूब की है। तो सारे स्ट्रेस से दूर होकर एक नई एनर्जी के साथ शुरुआत के लिए यूनिक बे्रक तो बनता ही है। दीवान स्कूल में पढ़ने वाली हर्षिता बस इंटर के रिजल्ट की वेट में है, क्योंकि अपने पापा से नई स्कूटी का प्रॉमिस जो ले रखा है।
महंगा वाल स्मार्टफोन इस डिमांड लिस्ट में गैजेट्स भी पीछे नहीं हैं। अब तक जहां अपने पेरेंट्स के नोटबुक, टैबलेट, लैपटॉप या स्मार्टफोन से बच्चे काम चला रहे थे। वहीं अब उन्हें यह सबकुछ अपना चाहिए। उन्होंने ऐसे स्मार्ट फोन की डिमांड रखी है, जिसमें उन्हें सारे फीचर्स मिले। साथ ही ख्जी नहीं फ्जी कनेक्शन भी हो। ताकि वे अपनी पढ़ाई के लिए भी इंटरनेट का यूज कर सके। बरखा इंटर के रिजल्ट के बाद अपनी मम्मी से स्मार्टफोन लेने का प्रॉमिस ले चुकी है, एमपीएस की बरखा का कहना है कि मम्मी ने कहा है कि अगर 97 प्रतिशत अंक आए तो ही स्मार्ट फोन मिलेगा।स्कूल बस नहीं अब चलेगी स्कूटी
सोच रहा हूं कि जल्दी से इंटर का रिजल्ट आ जाए, ताकि पापा मेरी फेवरेट बाइक दिलाने की इच्छा पर टाल मटोल न करें, बस 9म् प्रतिशत से ऊपर नंबर आने चाहिए। हर्षवर्द्धन सिंह, स्टूडेंट मैने तों अपनी पेरेंट्स से प्रॉमिस कर रखा है कि टॉपर लिस्ट में नाम तो आएगा ही, मगर स्कूटी जरुर दिलवा देना। नेहा सिंह, स्टूडेंट इंटर में अच्छे मार्क्स लाने के बाद बस एक बार दोस्तों के साथ बाहर घुमने जाना चाहता हूं, थोड़ा सा फन भी तो जरुरी है। अभिषेक, स्टूडेंट आउटिंग भी जरुरी इंटर पास करने के बाद अब स्टूडेंट्स को अपनी लाइफ में थोड़ी प्राइवेसी और छूट भी चाहिए। यही वजह है कि उन्होंने पेरेंट्स से फ्रेंडस के साथ आउटिंग की परमिशन भी ले ली है, यानि अब फ्रेंडस के साथ डिस्को और डिनर पर जा सकेंगे, तो लेट ईवनिंग धूम भी सकेंगे। फिल्म देखने के लिए भी उन्हें मम्मी-पापा रोकेंगे टोकेंगे नहीं। अच्छे रिजल्ट पर ये भी है डिमांड - पेट्स रखने के लिए अब नहीं कोई आनाकानी। - एडवेंचर स्पोर्ट्स से जुड़ने पर नहीं चाहिए रोक-टोक। - कार ड्राइविंग की क्लासेस के लिए करनी होगी हां। -मॉडलिंग और एग्टिंग क्लासेस ज्वाइन करने की परमिशन - फ्रेंडस के साथ किसी एडवेंचरस ट्रिप पर जाने की पूरी छूट - ब्यूटी पार्लर जाने पर अब मम्मी से नहीं पड़नी चाहिए कोई डांट। - अब शेयरिंग से नहीं चलेगा काम अलग चाहिए रूम।अगर आप सोच रहे हैं कि अब भी आपके बच्चे ऑटो से आना जाना करेंगे, तो भूल जाइए क्योंकि अब ऐसा नहीं होने वाला। गर्ल्स की डिमांड स्कूटी की है, तो वहीं ब्वॉयज बाइक या कार से नीचे बात नहीं कर रहे हैं। कुछ तो पेरेंट्स से यह परमिशन लेने में भी जुटे हैं कि अच्छे मार्क्स पर वो कभी कभार कार ड्राइव करने का मौका भी देंगे। लेक्चरर मनोज बंसल कहते हैं, मैनें तो अपने बेटे से प्रॉमिस किया था कि क्0 में टेन सीजीपीए आया तो ही फोन मिलेगा, नहीं तो नहीं, लेकिन उसके नंबर अच्छे आए तो फोन दिलवाना ही पड़ा।
मिला सरप्राइज बेहतर रिजल्ट आया तो पापा मम्मी दोनों को खुशी हुई, इंटर में 9भ्.ब् परसेंट नंबर लाने पर तो पापा को भी स्कूटी की डिमांड पूरी करने में खुशी मिली है। अर्पूवा, स्टूडेंट मेरे पापा ने कहा था कि अगर अच्छे मार्क्स आए तो जो मांगोगी वो मिलेगा, इसलिए अभी नया फोन दिलवाया है। इशानी, स्टूडेंट आईसीएसई बोर्ड से अच्छे मार्क्स लाने पर पापा-मम्मी ने मुझे स्पेशल गिफ्ट दिलवाए हैं, मेरा फेवरेट फोन और फेवरेट स्कूटी। सोनिका, स्टूडेंट रिजल्ट की है वेट