दैनिक जागरण आईनेक्स्ट कार्यालय में एआरएम सिटी ट्रांसपोर्ट ने फोन पर सुनी दैनिक यात्रियों की समस्याएं।

मेरठ (ब्यूरो)। शहर में सिटी ट्रांसपोर्ट की सेवा को बेहतर करने और सिटी बसों से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा 'सिटी बस का सवाल हैÓ नाम से छह दिवसीय अभियान चलाया गया। जिसमें सिटी बस में सफर करने वाले दैनिक यात्रियों से बातचीत के आधार पर उनकी समस्याओं और सुझावों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। अभियान के छठे दिन रविवार को दैनिक जागरण कार्यालय में लोगों के सवालों के जवाब देने के लिए एआरएम सिटी ट्रांसपोर्ट विपिन सक्सेना मौजूद रहे। उन्होंने फोन कॉल के जरिए लोगों की समस्याएं सुनी और निस्तारण के हर संभव प्रयास का आश्वासन भी दिया। कॉल पर अधिकतर लोगों ने शहर के विभिन्न रूटों पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन और बस स्टोपेज बनाने की मांग की।

सवाल : शहर के अधिकतर रूटों पर सिटी बसों का संचालन हो रहा है लेकिन उनकी टाइमिंग और रूट की पूरी जानकारी उपलब्ध क्यों नहीं है?
(लोकेश खटीक)

जवाब : बसों के रूट और टाइमिंग की जानकारी को अपडेट करने के लिए व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए बसों में ही रूट की पूरी जानकारी दी जाएगी।

सवाल : रेलवे स्टेशन के लिए सिटी बसों की कमी है। खासतौर पर दिल्ली रोड की तरफ से सिटी स्टेशन जाने वाली बसों की संख्या कम क्यों है?
(उमा शंकर)

जवाब : रैपिड रेल के कारण दिल्ली रोड पर सिटी बसों का संचालन बाधित है। संचालन अन्य रूटों से हो रहा है। संख्या बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।

सवाल : तेजगढ़ी चौराहे से हापुड़ अड्डे तक बस स्टॉपेज की कमी है। यहां दैनिक यात्रियों के लिए बस स्टोपेज क्यों नहीं बनाए जाते?
(भूपेंद्र भाटी)

जवाब : इस संबंध में प्रयास चल रहे हैं। कुछ स्टॉपेज के स्थान चिन्हित किए जा चुके हैं। मुख्यालय के आदेश आते ही काम शुरू हो जाएगा।

सवाल : कई ट्रेने देर रात आती हैं, ऐसे में सिटी स्टेशन जाने के लिए रात के समय सिटी बसों का संचालन होना चाहिए।
(सुशील कर्दम)

जवाब : रात में संचालन करने का प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद संचालन किया जाएगा।

सवाल : किठौर-शाहजहांपुर रूट पर सिटी बसों की संख्या कम है। इन बसों की संख्या में इजाफा क्यों नहीं किया जाता?
(शान मोहम्मद)

जवाब : किठौर रूट पर सीएनजी बसें लगातार चल रही हैं। यदि आवश्यकता है तो सर्वे कराकर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

सवाल : इलेक्ट्रिक बसों की संख्या काफी कम है। शहर के अंदर सफर सुविधाजनक बनाने के लिए बसों की संख्या क्यों नहीं बढ़ाई जाती?
(रवि कुमार)

जवाब : वर्तमान में 30 बसों का संचालन जारी है जल्द 10 बसें और चलाई जाएंगी, जो केवल शहर के अंदर ही चलेंगी।

सवाल : दैनिक यात्री अपने सुझाव कहां दें, इसके लिए सिटी बसों से संबंधित हेल्पलाइन नंबर जारी क्यों नहीं किया जाता?
(शोएब)

जवाब : इस सुझाव को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। बसों के अंदर हेल्पलाइन नंबर या टोल फ्री नंबर शेयर किया जाएगा।

सवाल : जेलचुंगी, विवि, साकेत रूट पर सिटी बस के स्टॉपेज बहुत कम हैैं यहां स्टोपेज के साथ बसों की टाइमिंग क्यों नहीं सुधारी जाती?
(विशाल)

जवाब : विवि रूट पर कमिश्नरी चौराहे तक सिटी बसों का संचालन हो रहा है लेकिन स्टॉपेज निर्धारित नही है। इसका प्रयास किया जाएगा।

सवाल : शास्त्रीनगर और जागृति विहार में कई स्कूल हैैं, स्टूडेंट्स के लिए इन क्षेत्रों के अंदर से सिटी बसों का संचालन क्यों नहीं किया जाता है?
(दीपक वर्मा)

जवाब : बसों के संचालन के लिहाज से अधिकतर रूटों की चौड़ाई कम है। मगर कुछ जरूरी रूटों का सर्वे कर संचालन पर विचार किया जाएगा।

Posted By: Inextlive