Meerut। शहर में जल्द ही नो ई-रिक्शा और ऑटो जोन दिखाई दे सकते हैं। कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने सोमवार को परिवहन विभाग को इसके निर्देश परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिए। हर ई-रिक्शा के पीछे लाइसेंसधारक का फोटो भी चस्पा किया जाएगा।

बैठक में निर्देश

कमिश्नर सोमवार को आयुक्त सभागार में मेरठ और गाजियाबाद संभाग की मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने हाइवे, सड़क के डिवाइडरों, गंग नहर पटरी आदि पर भी कैट्स आई, रिफ्लेक्टर आदि लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों में पेराई सत्र प्रारंभ हो रहा है, इसलिए किसानों की गन्ना ट्रॉलियों में भी रिफ्लेक्टर लगाए जाएं।

स्कूल बसों की होगी सुरक्षा

स्कूलों में विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति का गठन अनिवार्य रूप से करने और उसकी बैठकों का नियमित आयोजन करने के भी निर्देश दिए गए। इस पर आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि विद्यालयों की कौन-कौन सी बसों को परिवहन के लिए अनुमति दी गई है, इसकी सूची संबंधित एसडीएम और सीओ को दी जाए।

नियम तोड़ने पर कड़ी कार्रवाई

कमिश्नर ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ओवर स्पीडिंग, ओवर लोडिंग, मोबाइल का प्रयोग करते हुये वाहन चलाने वालों, ड्रंकन ड्राइविंग और स्टंट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और सड़क सुरक्षा सप्ताह को प्रभावी बनाया जाए। साथ ही, लॉकडाउन में कम हुए सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को दोबारा न बढ़ने दिया जाए।

सिवाया पर जाम नहीं

सिवाया टोल प्लाजा पर जाम लगने से बचाने के लिए कमिश्नर ने सभी बूथों में पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि अवैध कट तैयार करने और इसका इस्तेमाल करने वालों पर भी कार्रवाई की जाए।

आईटीआई में ट्रेनिंग सेंटर तैयार

डीएम ने बताया कि आईटीआई साकेत में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर और ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक तैयार है। दो एकड़ में बने इस सेंटर पर लगभग पांच करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसका लोकार्पण जल्द किया जाएगा।

छह हजार ई-रिक्शा

आरटीओ, मेरठ डॉ। विजय कुमार ने बताया कि जनपद में करीब 6 हजार ई-रिक्शा पंजीकृत हैं। मेरठ में 140 व बागपत में 9 ब्लैक स्पॉट चिन्हित है, जिस पर एनएचएआई व पीडब्लूडी कार्रवाई कर रहे हैं।

बराल में बनेगा सेंटर

आरटीओ ने बताया कि वाहनों को स्वच्छता प्रमाण पत्र देने के लिए परतापुर के बराल में इंस्पेक्शन ऐंड सर्टिफिकेशन सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन छांट ली गई है, लेकिन नगर निगम ने एनओसी नहीं दी है। एनओसी मिलने पर ही इस प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ा जाएगा। इस दौरान एआरटीओ प्रवर्तन मेरठ दिनेश कुमार, एसपी ट्रैफिक मेरठ जितेंद्र श्रीवास्तव, एमडीए के चीफ इंजीनियर दुर्गेश श्रीवास्तव, अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ। रेनू गुप्ता आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive