पंचायत चुनाव से पहले एसटीएफ ने पकड़ी अवैध हथियारों की खेप, दो हथियार तस्कर भी दबोचे

डी। ब्लॉक शास्त्रीनगर नाले के पास बिजलीघर के पीछे झोपड़ी में चल रही थी अवैध हथियारों की फैक्ट्री

Meerut। पंचायत चुनाव से पहले शुक्रवार को एसटीएफ की टीम ने शास्त्रीनगर से अवैध हथियारों का जखीरा पकड़ा। यह हथियार मेरठ में ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में सप्लाई किए जाने थे। इतना ही नहीं, दो हथियार तस्करों को भी टीम ने गिरफ्तार किया है। जो लंबे समय से अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहे थे।

ये है मामला

सीओ एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि नई सड़क गढ रोड पर चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान दो व्यक्ति एक्टिवा पर तेजी के साथ आते हुए दिखाई दिए। इनको रोकने का प्रयास किया तो ये रुके नहीं बल्कि एक्टिवा को लेकर भागने का प्रयास करने लगे। तभी टीम ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। दोनों की पहचान शमशाद निवासी कोतवाली और मोहम्मद रईस उर्फ मुल्ला लिसाडी गेट के रूप में हुई। दोनों के पास से दो तमंचे भी बरामद हुए।

ये है मामला

सीओ एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि उन दोनों यह हथियार व स्कूटी जहीरुद्दीन पुत्र अल्लाराजी निवासी सराय बहलीम कोतवाली व नवाब पुत्र जलालुद्दीन निवासी जाटव गेट ब्रह्मपुरी ने दिए हैं। इतना ही नहीं, दोनों आरोपियों ने बताया कि वह हाजी शमीम जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, के साथ मिलकर अवैध हथियार बनाने व बेचने का काम करते हैं। डी। ब्लॉक शास्त्रीनगर नाले के पास बिजलीघर के पीछे झोपड़ी में वह अवैध हथियार बनाते हैं। जिसके बाद मौके पर छापा मार अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया। मगर इस दौरान वहां मौजूद अवैध हथियार तस्कर भागने में कामयाब हो गए। वहीं जो स्कूटी बरामद की गई है यह आरोपियों ने सदर बाजार थाना क्षेत्र से चोरी की थी। इसका एक मुकदमा सदर थाने में क्राइम संख्या 618/17 आईपीसी की 379 में दर्ज है। आरोपियों के खिलाफ नौचंदी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

वाहन चोर भी

सीओ एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में कुबूल किया है कि अवैध शस्त्र बनाने व बेचने के अलावा वाहन चोरी भी करते हैं। इन वाहनों को आरोपी रांची झारखंड में बेचते हैं। आरोपी अब तक सैकड़ों वाहन चोरी कर चुके हैं।

भेजे गए थे जेल

पकड़े गए आरोपी रईस मुल्ला ने बताया कि 2009 में दिल्ली स्पेशल सेल ने 50 अवैध पिस्टल के साथ उसे जेल भेजा था। जेल से बाहर आने के बाद फिर उसने अवैध हथियार बनाने का काम शुरू कर दिया है। सीओ एसटीएफ ने बताया कि जब भी कोई चुनाव आता है तो वह डिमांड पर अवैध हथियार बनाकर बेचने लगते हैं। वेस्ट यूपी के कई जिलों के साथ-साथ दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में भी मेरठ के हथियारों की बड़ी डिमांड है।

जहीरुद्दीन और नवाब बाहर

शमशाद और रईस को तो एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। मगर यहां ये बड़ा सवाल है कि हर बार की तरह सरगना इस बार भी पकड़ से बाहर हैं। दरअसल, तस्करों को हथियार तस्करी के लिए जहीरुद्दीन और नवाब ने दिए थे, वे आखिर कब पकड़े जाएंगे।

ये हुए गिरफ्तार

शमशाद पुत्र इस्तियाक निवासी 799 सब्जी वाली गली शागाजा बाजार कोतवाली मेरठ।

मोहम्मद रईस उर्फ मुल्ला पुत्र इब्राहिम निवासी गली नंबर तीन ऊंचा पीर किदवई नगर लिसाडी गेट मेरठ।

यह हुआ बरामद

17 तमंचे 315 बोर

एक तमंचा 12 बोर

एक तमंचा 32 बोर

तीन पिस्टल 32 बोर

दो रिवाल्वर 32 बोर

अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण

एक स्कूटी एक्टिवा

Posted By: Inextlive