सूचना के आधार पर ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की टीम समेत टीपी नगर पुलिस ने मारा छापा

योनेक्स कंपनी की नकली शटल कॉक बरामद, पकड़े गए आरोपी से चल रही पूछताछ

Meerut। टीपी नगर पुलिस ने सोमवार को ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ स्पो‌र्ट्स कॉम्पलैक्स में छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में योनेक्स कंपनी की नकली शटल कॉक पकड़ी। साथ ही एक आरोपी को भी पुलिस गिरफ्तार किया, जिससे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वह लंबे समय से नकली शटल कॉक बनाने का काम कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

ये है मामला

दरअसल, गुरुग्राम की ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को लगातार शिकायत मिल रही थी कि मेरठ में नकली शटल कॉक का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सोमवार को उन्हें जानकारी हुई कि वैभव जैन पुत्र नरेश चंद जैन निवासी सरस्वती लोक ब्रह्मपुरी नकली शटल कॉक तैयार कर रहा है। जिसके बाद टीपी नगर एसओ विजय गुप्ता को साथ लेकर ब्रांड प्रोटेक्टर इंडिया कंपनी की टीम ने मौके पर छापा मारा। छापे के दौरान पुलिस ने न केवल वैभव को दबोचा बल्कि उसके कब्जे से योनेक्स कंपनी के डुप्लीकेट शटल कॉक के 300 डिब्बे भी बरामद किए।

चल रही पूछताछ

आरोपी ने योनेक्स कंपनी के नाम पर बनाया गया नकली माल अब तक कहां-कहां खपाया, इस बाबत उससे पूछताछ की जा रही है। प्रथम दृष्टया पुलिस टीम के सामने आया है कि मेरठ शहर के अलावा नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली तक यह माल बेचा गया है।

बाहर राज्यों में भी सप्लाई

मेरठ के कई इलाके ब्रांडेड स्पो‌र्ट्स कंपनियों के नाम पर नकली सामान बनाने का गढ़ बन चुके हैं। नकली उत्पाद बनाने के धंधे में बीते तीन साल में खासी रफ्तार आई है। गुरुग्राम की ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों की मानें तो मेरठ में दो सालों में 60 से ज्यादा छापे की कार्रवाई की गई है। इनमें ब्रांडेड कंपनियों के क्रिकेट बैट, क्रिकेट बॉल के अतिरिक्त ब्रांडेड कंपनियों के बैडमिंटन, फुटबॉल, वॉलीबॉल, टेनिस बॉल समेत भारी मात्रा में शटल कॉक अब तक पकड़ी जा चुकी हैं। ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक धीरेंद्र सिंह की मानें तो कोलकाता, राजस्थान, उड़ीसा, इंदौर, दिल्ली, हरियाणा जैसे बड़े-बड़े शहर नकली खेल उत्पादों से पटे हैं। ये मेरठ से ही सप्लाई किए गए है। स्पो‌र्ट्स के बड़े ब्रांड का डुप्लीकेट सामान बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा है। जिससे मेरठ की छवि पर काफी असर पड़ा है।

ऐसे होती है ट्रेसिंग

जानकारी के आधार पर ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ही कुछ लोग सूचना के आधार पर सबसे पहले नकली सामान बनाने वालों को ट्रेस किया जाता है। उसके बाद कस्टमर बनकर उसके साथ सामान खरीदने की डील की जाती है। जैसे ही आरोपी सामान लेकर आता है तो पुलिस के साथ मिलकर उसे दबोच लिया जाता है। साथ ही उसकी निशानदेही पर नकली सामान जब्त किया जाता है।

ये होती है कार्रवाई

नकली स्पो‌र्ट्स का सामान और आरोपी के पकड़े जाने के बाद पुलिस कॉपी राइट एक्ट और अधिक सामान होने पर 420 आईपीसी की धारा में कार्रवाई करती है।

एक्सपर्ट का काम

ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों से बातचीत में जो सामने आया, उसके मुताबिक नकली और असली सामान कंपनी के एक्सपर्ट या कंपनी मालिक ही पहचान सकते हैं। आम आदमी या कस्टमर इसे नहीं पहचान सकते।

इन थानाक्षेत्रों मे हुई कार्रवाई

सिविल लाइन

मेडिकल

ब्रह्मपुरी

टीपीनगर

परतापुर

Posted By: Inextlive