रखियो हम छठ के बरतिया दीनानाथ होइहैं सहाय..
आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे श्रद्धालु
छठ पूजन पर महिलाओं ने खरना पर व्रत किया Meerut । छठ पूजा के दूसरे दिन शहर की महिलाओं ने खरना के दिन पूजन किया। खरना यानि शुद्धिकरण होता है, जो व्यक्ति छठ पूजा करते है, उसे इस पर्व के पहले खरना वाले दिन उपवास रखना होता है। ऐसे में गुरुवार को छठ पूजन करने वाली महिलाओं ने व्रत रखा। ऐसे में महज एक ही समय का भोजन किया। विद्वानों के मुताबिक इस व्रत के माध्यम से शरीर से लेकर मन तक सभी को शुद्ध करने का प्रयास किया जाता है। इसकी पूर्णता अगले दिन होती है। ऐसे में आज महिलाएं शाम को सूर्यास्त में अर्घ्य देंगी और कल यानि शनिवार को उगते सूरज को सुबह सूर्योदय को अर्घ्य देंगी, तब जाकर उनका पूजन पूरा होगा। खरना की बनाई खीरमहिलाओं ने खरना पर विशेष प्रसाद बनाया। शास्त्रीनगर निवासी सुनैना ने बताया कि खरना के दिन रसिया का विशेष प्रसाद बनाया जाता है। यह प्रसाद गुड़ से बनाया जाता है। इस प्रसाद को हमेशा मिट्टी के नए चूल्हे पर बनाया जाता है। खरना वाले दिन पूरियां और मिठाइयों का भी भोग लगाया जाता है। मोहनपुरी निवासी आरती ने बताया कि खरना के दिन व्रत रखा जाता है। रात को पूजा करने के बाद प्रसाद ग्रहण किया जाता है। इसके बाद व्रत छठ पूजा की पूर्ण होने के बाद ही अन्न जल ग्रहण करते है।
ये हैं शुभ समय ज्योतिषाचार्य भारत ज्ञान भूषण के अनुसार 20 नवंबर को संध्या अर्घ्य सूर्यास्त का समय पांच बजकर 25 मिनट पर है। वहीं 21 नवंबर को उषा अर्घ्य सूर्योदय का समय छह बजकर 48 मिनट है।