'नोटा' ने निर्दलीयों को पछाड़ा
-मेरठ की सातों विधानसभाओं में नोटा को मिला जमकर वोट
-ज्यादातर विधानसभा सीटों पर पांचवे स्थान पर रहा नोटा आई एक्सक्लूसिव अखिल कुमार मेरठ: उफ ये क्या? मेरठ की सभी सातों विधानसभाओं में रिकार्ड नोटा के फेवर में वोटिंग हुई है। नोटा की काउंट ने एक चर्चा को जन्म दिया है। आखिर क्या चाहती है मेरठ की आवाम। एक प्रत्याशी के तौर पर उभरे नोटा की स्थिति पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल 'नन ऑफ द एबव''नॅन ऑफ द एबव', यानि इनमें से कोई नहीं। भारत निर्वाचन आयोग ने दिसंबर 2013 के विधानसभा चुनावों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में 'इनमें से कोई नहीं' का विकल्प दिया था। आयोग की मंशा उन लोगों की महत्ता को उजागर करना था जो किसी कारणवश लोकतंत्र की बहाली में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं लेकिन वे अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाह रहे हैं। मेरठ की 6 विधानसभाओं में नोटा 4 बड़ी पार्टियों के बाद पांचवे स्थान पर है तो वहीं मेरठ शहर विधानसभा में तो चौथे स्थान पर है, रालोद प्रत्याशी को नोटा ने पछाड़ दिया।
ये है नोटा की स्थिति विधानसभा नोटा वोट सिवालखास 1086सरधना 1087
हस्तिनापुर 1013 किठौर 1224 मेरठ कैंट 1110 मेरठ 738 मेरठ साउथ 1401 ---------------- कुल 7659 ---------------- मेरठ की सभी विधानसभाओं में 7,659 मतदाताओं ने नोटा को वोट किया है। लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया यह खुशी का विषय है तो वहीं नोटा का अधिक चुनाव चिंता का विषय। बी। चंद्रकला, डीएम, मेरठ