Meerut: चुनाव से पहले जो भी समीकरण लगाए गए थे वो सभी फेल हो गए. सपा छात्र सभा के लोगों को हराने के लिए मैदान में उतरे विनीत चपराणा भी कुछ नहीं कर पाए. उन्हें सिर्फ 21 वोट ही मिले. वहीं अविनाश कुमार गुप्ता को टफ कैंडीडेट माना जा रहा था लेकिन वो सिर्फ 163 वोट ही ला पाए. वोटर्स का रुझान देखकर साफ जाहिर होता है कि यहां किसी पैनल जाति बिरादरी धर्म नहीं बल्कि जनबल जिसके पास ज्यादा हो जिसने ज्यादा दम लगाया हो उसकी की जीत हुई है. पांच में से चार पदों पर बीटेक स्टूडेंट है जबकि पांचवा पद साइंस स्ट्रीम के प्रत्याशी ने कब्जाया है.


बीटेक के भरोसेबीटेक के विकास को अध्यक्ष बीटेक के स्टूडेंट्स ने ही बनवाया। सिर्फ अध्यक्ष ही नहीं संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष भी बीटेक से ही है। जबकि रिया गर्ग एमसीए फस्र्ट सेमेस्टर से हैं। ये डिपार्टमेंट भी अब बीटेक से ही अटैच है। सिर्फ महामंत्री पंकज कुमार ही एमएससी के स्टूडेंट हैं।बीटेक की इंजीनियरिंग


सुबह से ही बीटेक स्टूडेंट्स के लिए बनाए गए बूथ की कतार लगातार बनी हुई थी। न ही स्टूडेंट कम हो रहे थे। न ही वोट डालने का जोश, जबकि बाकी स्ट्रीम के सभी वोटिंग बूथों पर स्टूडेंट्स की संख्या कम थी। बीटेक वालों के जोश ने साबित कर दिया कि कैंपस में स्टूडेंट वोटिंग में इंट्रेस्ट नहीं लेते हैं। बीटेक में कुल 1141 में से 1142 वोट कास्ट हुए यानि की बीटेक में 80.94 परसेंट पोलिंग हुआ। जबकि कैंपस में 1851 वोटों में से सिर्फ 1123 वोट ही कास्ट हुए जो कि 60.66 परसेंट है। अगर कैंपस के प्रत्याशियों ने मेहनत की होती तो कोई शक नहीं है कि आज नतीजे कुछ ओर ही होते।सब्जेक्ट - वोट - कास्ट वोट - परसेंटबी। टेक - 1411 - 1142 - 80.94अदर - 1851 - 1123 - 60.66बूथ वाइज डाटाबूथ - वोट - कास्ट वोट

बूथ ए - 568 - 333

बूथ बी - 468 - 403बूथ सी - 474 - 272बूथ डी - 327 - 192बूथ ई - 462 - 306बूथ एफ - 464 - 386बूथ जी - 479 - 353टोटल - 3262 - 2265नोट - बूथ बी, एफ और जी पर बी.टेक स्टूडेंट्स की वोटिंग हुई है।

Posted By: Inextlive