VARANASI : बीएचयू में शनिवार की रात हुए बवाल के बाद अब पुलिस उपद्रवियों पर सख्ती करने की तैयारी कर रही है. रविवार को इस मामले में एसओ लंका की तहरीर पर 1000 अज्ञात छात्र छात्राओं के खिलाफ आगजनी तोड़फोड़ पुलिस पार्टी पर हमला समेत बलवा और कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने दोपहर बाद कैंपस से ही 16 छात्रों को गिरफ्तार भी किया और सभी को 151 में चालान कर जेल भेज दिया. वहीं पुलिस ने बीएचयू बज्ज एक प्रोफाइल से घटना के वक्त कई अफवाहें सोशल मीडिया पर फैलाने के मामले में भी साइबर क्राइम के तहत आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है.

- बीएचयू मामले में धारा 151 में 16 छात्रों का चालान कर भेजा गया जेल

 

अंधेरे ने बढ़ाई है परेशानी

 

पुलिस ने इस मामले में 1000 अज्ञात छात्र और छात्राओं के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन इनकी गिरफ्तारी कैसे होगी इसे लेकर पुलिस परेशान है। वजह रात का वक्त होने के कारण अधिकांश की फोटो या सीसी फुटेज साफ नहीं है। जिसके कारण पुलिस उपद्रवियों की पहचान ही नहीं कर पा रही है। एसपी सिटी दिनेश सिंह का कहना है कि मामले में जो भी दोषी है उनपर कार्रवाई की जायेगी। क्योंकि पुलिस अपना काम करने कैंपस में आई थी और बेवजह पुलिस टीम पर अटैक किया गया। जिसके कारण 15 पुलिसवाले चोटिल हुए हैं। पब्लिक की गाडि़यां, सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का भी प्रयास हुआ। इसलिए दोषियों की जल्द गिरफ्तारी होगी।

 

पुलिस वालों पर भी मुकदमा

 

बीएचयू बवाल के दौरान लंका चौराहे पर कवरेज कर रहे पत्रकार भी पुलिस की लाठी का शिकार हुए थे। इस मामले में रविवार दोपहर कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और आईजी (प्रभारी) प्रेमप्रकाश ने घायल पत्रकारों से मुलाकात की। इस मामले में राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी की तहरीर पर लंका थाने में पत्रकारों को पीटने के मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी रविवार शाम मुकदमा दर्ज कराया गया है।

Posted By: Inextlive