फोरलेन की पांच और सिक्सलेन की एक रोड पर 60 फीसद तक अतिक्रमण ध्वस्त सड़क चौड़ीकरण में बाधक मकानों को तोडऩे का मिला टारगेट


वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में अतिक्रमण के चलते विकास कार्य अवरुद्ध हो गया है। सड़क किनारे अवैध और मुआवजा देने के बावजूद पब्लिक के विरोध के चलते हाईवे और रिंग रोड से शहर के अंदर आने वाली पांच फोरलेन और एक सिक्सलेन रोड का निर्माण डिले हो गया है। पांडेयपुर-रिंगरोड पर गुुरुवार को जबर्दस्त विरोध की वजह ध्वस्तीकरण रोकना पड़ा। प्रशासन के सख्त रवैये के बाद एक बार फिर ध्वस्तीकरण का कार्य जोर पकड़ लिया है। इस मार्ग पर कुल 450 मकानों को ध्वस्त करने का टारगेट है। शुक्रवार तक 275 मकानों को जमींदोज किया गया है। इसी तरह मंडुवाडीह से भिखारीपुर तक 35 को ध्वस्त किया गया है, जबकि 96 को तोड़ा जाना बाकी है। फोरलेन की पांच और सिक्सलेन की एक रोड पर कुल 2,728 मकानों को तोड़ा जाना है। अभी तक इन रोड पर 50 से 60 फीसद तक अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया गया है.

मार्च तक चलने लायक बन जाएगी रोड

मोहनसराय से रामनगर चकिया मार्ग, कचहरी से संदहा, पांडेयपुर चौराहे से रिंग रोड, रामनगर-पड़ाव, लहरतारा से बीएचयू तक सड़कों को फोरलेन और कैंट से मोहनसराय तक रोड सिक्स लेन करने का कार्य चल रहा है। इन मार्गों पर कुल 2,728 मकानों को तोड़ा जाना है। लगभग 1500 निर्माण या अतिक्रमण को जमींदोज कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी के अनुसार मार्च तक बाकी मकानों को गिराकर सभी सड़कों को आमजन के चलने लायक कर दिया जाएगा। जून तक इन मार्गों के किनारे नाला का निर्माण भी कराया दिया जाएगा.

एक सप्ताह में शिफ्ट होंगे चार धार्मिक स्थल

हाईवे और रिंग रोड से शहर के अंदर आने वाली पांच फोरलेन और एक सिक्सलेन रोड के निर्माण में अड़चन धार्मिक स्थलों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। पांडेयपुर चौराहे से रिंग रोड पर सात धार्मिक स्थलों को शिफ्ट करने के लिए नया निर्माण कर लिया गया है। रामनगर-पड़ाव पर लगभग सभी को तोड़ दिया गया है। लंका से नरिया तक चार धार्मिक स्थलों को एक सप्ताह में शिफ्ट किया जाएगा। इन रोड पर 400 से अधिक धार्मिक स्थल है, जिन्हें जल्द ही शिफ्ट कर लिया जाएगा.

अस्सी और वरुणा से ध्वस्त होंगे अवैध निर्माण

सड़क ही नहीं अस्सी और वरुणा नदी को अतिक्रमण मुक्त बनाने को लेकर कवायद शुरू हो गई है। एनजीटी की सख्ती के बाद कमिश्नर ने इन दोनों नदियों के चिन्हांकन और अतिक्रमण मुक्त बनाने का आदेश जारी किया है। इसके लिए गठित संयुक्त टीम को एक बार फिर से एक्शन लेने को कहा गया है। इसके पहले भी जुलाई में अस्सी की मुक्ति का मामला जोर पकड़ा था, लेकिन इस बीच पीएम का कार्यक्रम होने की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था। कमिश्नर के आदेश के बाद एक बार फिर से अस्सी व वरुणा नदी किनारे अवैध रूप से बन चुके पांच हजार आवासीय व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर चलाने की योजना बनाई जा रही है। वीडीए की सूची में 761 आवासीय व व्यावसायिक भवन कार्रवाई की जद में आएंगे। इसमें होटल, अस्पताल भी शामिल हैं। अतिक्रमण हटाने व नदी को मूल स्वरूप में वापस लाने की जिम्मेदारी वीडीए, नगर निगम, सिंचाई विभाग, राजस्व व पुलिस महकमे को दी गई है.

चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण का कार्य की प्रगति

- 44 फीसदी तक मोहनसराय दीनदयाल उपाध्याय नगर चकिया मार्ग फोर लेन का काम पूरा हो गया है।

- 54 फीसदी तक कचहरी से आशापुर चौराहा होते हुए संदहा तक मार्ग का कार्य पूरा

- 55 फीसदी तक पांडेयपुर चौराहे से रिंग रोड तक फोर लेन का काम

- 50 फीसदी तक लहरतारा से बीएचयू तक फोरलेन का काम

- 50 फीसदी तक पड़ाव से रामनगर टेंगडा मोड़ फोर लेन का काम

-60 फीसदी तक कैंट से मोहनसराय सिक्स लेन का काम

- 2,728 मकानों को फोरलेन की पांच और सिक्सलेन एक सड़क पर तोड़ा जाना है.

हाईवे और रिंग रोड से शहर के अंदर आने वाली पांच फोरलेन और एक सिक्सलेन रोड के निर्माण का कार्य चल रहा है। इन मार्गों पर अधिकतर काश्तकारों को मुआवजा दे दिया गया है। जिन्हें मुआवजा दिया गया है, उन्हीं के मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है। मार्च तक इन मार्गों को आमजन के लिए चलने लायक बना दिया जाएगा.

केके सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

Posted By: Inextlive