Varanasi: आजकल अपने शहर में पुलिस पस्त है और क्रिमिनल्स मस्त हैं. तभी तो महज 12 घंटों के अंदर हत्या की छह वारदातें होने के बाद पुलिस अभी संभल भी नहीं पाई थी कि गुरुवार की देर रात बदमाशों ने पुलिसिंग को एक बार फिर चैलेंज किया. बदमाशों ने पुलिस लाइन से महज 200 मीटर दूर मकबूल आलम रोड स्थित एसबीआई के एटीएम में घुसकर पहले गार्ड को बंधक बनाया और वहां मौजूद दो एटीएम्स को चाड़कर उनमें रखे लाखों रुपये लूटने का प्रयास किया. हालांकि वे कैश चैम्बर तक नहीं पहुंच सके. इसके चलते लाखों रुपये लुटने से बच गए लेकिन अपनी इस कोशिश के दौरान लुटेरे एक एटीएम के कैश डिस्पैच स्लॉट में मौजूद 53 हजार 600 रुपये लूटने में सफल रहे और भाग निकले. सूचना के बाद एसपी सिटी समेत फिंगर प्रिंट एक्सपट्र्स मौके पर पहुंचे गए. पुलिस ने काफी हाथ पैर मारे मगर लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिल सका.


रात दो बजे हुई वारदात मकबूल आलम रोड पर हबीउल्लाह के मकान में एसबीआई का एटीएम है। यहां गुरुवार को चोलापुर का महेन्द्र यादव नाइट शिफ्ट में प्राइवेट गार्ड के तौर पर तैनात था। महेन्द्र ने पुलिस को बताया कि देर रात लगभग दो बजे एटीएम के अंदर सात, आठ की संख्या में नकाबपोश युवक पहुंचे और उस पर हमला कर दिए। बदमाश उसे मारते हुए एटीएम सेंटर में बने बैटरी रूम तक ले गए और उसका हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद यहां स्थित दो एटीएम्स को तोडऩे में जुट गए। गार्ड ने पुलिस को बताया कि काफी देर बाद भी बदमाश जब अपने इस काम में सफल नहीं हो पाए तब उन्होंने दोनों एटीएम्स के फ्रंट कवर को ही उखाड़ दिया।53 हजार 600 रुपये हाथ लगे


एटीएम सेंटर में लूट के इरादे से पहुंचे बदमाशों को उस वक्त मुंह की खानी पड़ी जब वे एटीएम्स के कवर को चाडऩे के बाद भी उनमें मौजूद 80 लाख रुपयों तक नहीं पहुंच सके। इस दौरान उनके हाथ एक एटीएम के कैश डिस्पैच स्लॉट में मौजूद 53 हजार 600 रुपये हाथ लगे जिन्हें लूटकर वे फरार हो गए। लुटेरे जाते जाते गार्ड का मोबाइल फोन भी छीन ले गए। लुटेरों के जाने के बाद बंधक बने गार्ड महेन्द्र यादव ने अपने को किसी तरह आजाद किया और भागता हुआ कचहरी एसबीआई की मेन ब्रांच पहुंचा। वहां मौजूद गार्ड के फोन से अपने सिक्योरिटी एजेंसी के इंचार्ज कमलेश कुमार सिंह को फोन कर लूट की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।घुसते ही काट दिये ष्टष्टञ्जङ्क कैमरों का तारलुटेरों ने इस घटना को अंजाम देने के लिए प्री प्लैनिंग कर रखी थी। एटीएम सेंटर में एंट्री लेने के बाद उन्होंने अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों के तार काट दिए। जिसके चलते कैमरों में लूट का फुटेज रिकॉर्ड नहीं हो सका। घटना के गवाह बने गार्ड ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि जितने भी लुटेरे एटीएम सेंटर में पहुंचे थे। सभी ने मुंह को कवर कर रखा था और आपस में बगैर नाम लिए बातचीत कर रहे थे। पूछताछ में ये भी पता चला है कि जिस एटीएम में लूट की वारदात हुई है। उसके बाहर लगे दो सीएफएल को दो दिन पहले ही किसी ने गायब कर दिया था। इसके चलते पुलिस आसपास के किसी युवक के भी इस घटना में शामिल होने की आशंका जता रही है।फैंटम दस्ता खा गया गच्चा

इस कांड में लुटेरों ने न सिर्फ अपने काम को आराम से अंजाम दिया बल्कि पुलिस को भी गच्चा देने का काम किया। ड्यूटी पर तैनात गार्ड ने पुलिस को बताया कि वो रात में अपनी वर्दी उतारकर नॉर्मल कपड़ों में था। इसी बीच एटीएम सेंटर में घुसे लुटेरों में से एक ने उसकी वर्दी पहन ली और बाहर जाकर गेट पर वॉच करने लगा। इस दौरान वहां से फैंटम दस्ते के दो सिपाही भी गुजरे लेकिन एटीएम के बाहर गार्ड को देख आगे बढ़ गए।शुक्र था, नहीं खुला cash boxजिस बैक के एटीएम सेंटर में यह घटना घटी वहां के ऑफिसर्स इस दुस्साहसिक वारदात के बाद भी रिलेक्स हैं। इसके पीछे कारण है लुटेरों के हाथ एटीएम में मौजूद बड़ी रकम का न लगना। बैंक अधिकारियों के मुताबिक त्यौहार के चलते बुधवार को ही मकबूल आलम रोड स्थित इस सेंटर के एक एटीएम में रुपये डाले गए थे जबकि दूसरा एटीएम खाली था। जिस एटीएम में कैश डाले गए थे उसमें 80 लाख से ज्यादा रुपये मौजूद थे।

Posted By: Inextlive