भक्ति की शक्ति से बचा रहे हैं चालान
- ऑटो और ई रिक्शा चालकों ने चालान से बचने की अपनाई नई ट्रिक
- नंबर प्लेट के ऊपर लगा दे रहे हैं माता की चुनरी या काला रिबन - जिसकी वजह से ट्रैफिक पुलिस नहीं कर पा रही चालान के लिए नंबर ट्रेस 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढकहते हैं कि भक्ति में बहुत शक्ति होती है लेकिन अगर भक्ति की ये शक्ति किसी गलत काम के लिए इस्तेमाल हो तो ये दूसरों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है। कुछ ऐसा ही आजकल अपने शहर की सड़कों पर उन ऑटोज और ई रिक्शा संग देखने को मिल रही है जो चालान से बचने के लिए भक्ति का सहारा ले रहे हैं। अब आप ये सोच रहे होंगे कि ऑटो या ई रिक्शा वाले ऐसा क्या कर रहे हैं? तो कभी राह चलते इन लोगों की नंबर प्लेट की ओर ध्यान दीजिएगा। खुद ब खुद समझ जाएंगे। ट्रैफिक पुलिस इनके नंबर को ट्रेस न कर सके इसलिए ये इसे कवर करने के लिए माता की चुनरी ये रिबन का सहारा ले रहे हैं।
चौराहे पर परेशान हैं जवानशहर में शायद ही ऐसा कोई चौराहा या रोड हो जहां इन ऑटोज और ई रिक्शा की मनमानी न हो। नियम को ताक पर रखकर कमाई करने फेर में ये पब्लिक को खूब परेशानी दे रहे हैं। इन सबके बावजूद पुलिस इनका चालान करने में नाकामयाब हो रही है। इस बारे में एसपी ट्रैफिक का कहना है कि ऑटो वाले और ई रिक्शा चालक मनमानी तो कर रहे हैं साथ में नियम भी तोड़ रहे हैं। क्योंकि ये लोग अपनी नंबर प्लेट को चुनरी, डिजाइनर रीबन या ब्लैक रिबन से कवर कर दे रहे हैं। इससे इनका चालान या फोटो चालान करने में दिक्कत आ रही है। इसलिए अब अगर इनकी नंबर प्लेट के ऊपर से ये सब नहीं हटा तो इनके खिलाफ अभियान शुरू किया जायेगा।
एक नजर - शहर में 5300 ऑटो हैं रजिस्टर्ड - 2000 से ऊपर ई रिक्शा हैं रजिस्टर्ड - 3000 से ज्यादा हैं अवैध ऑटो - 600 से ज्यादा अवैध ई रिक्शे दौड़ रहे हैं - 50 से ऊपर वाहनों का डेली होता है चालान - 5 से 10 ऑटो का ही हो पाता है चालान