चौकाघाट फ्लाईओवर समेत छह रोड पर रांग साइड चलते हैं बनारसी पुलिस की सख्ती और कार्रवाई नहीं होने से बन रही आदत

वाराणसी (ब्यूरो)रिंग रोड, हाईवे के साथ शहर के फ्लाईओवर और अन्य सड़कों पर प्रतिबंध के बावजूद प्रतिदिन पांच हजार से अधिक लोग गलत दिशा में दोपहिया, ऑटो, कार और ट्रैक्टर दौड़ाते हैं। चंद मिनट और कुछ मीटर की दूरी से बचने के लिए लोग शॉर्ट-कट का तरीका ही बेहतर समझते हैं। पुलिस की सख्ती नहीं होने के कारण यह शॉर्ट कट लोगों की आदत बनती जा रही है। अगर यही सिलसिला जारी रहा तो किसी भी दिन गाजियाबाद जैसी घटना बनारस में भी घट सकती है। हालांकि बनारस में चौकाघाट फ्लाईओवर, मोहन सराय, संदहा आदि स्थानों पर गलत दिशा से चलने पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और जान भी जान चुकी हैं, लेकिन लापरवाही अब भी जारी है। विडंबना यह है कि शहर के बाहर हाई-वे, रिंग रोड पर पुलिस और यातायात विभाग भी सचेत नहीं है.

हर 8वें दिन हादसा

जिले में एनएच किनारे खड़े ट्रक, ट्रेलर, डंपर व अन्य वाहन बड़े हादसों का प्रमुख कारण हैं। 2022 के आंकड़ों के अनुसार 45 सड़क दुर्घटनाएं इसी कारण से हुईं। यानी हर आठवें दिन ऐसा हादसा हो रहा है। इस साल के बड़े हादसों को देखें तो 9 मई को भेड़हा गांव (खोचवा) में खड़े ट्रक में कार भिड़ गई। इसमें अनपरा जीआईसी कॉलेज के प्रिंसिपल की पत्नी, बेटी, एक साल की नतीनी की मौत हो गई। 26 मई को इसी गांव में ढाबे पर खड़े ट्रक में सीएनजी लदी डीसीएम भिड़ी। 11 जून को खजुरी ओवरब्रिज के पास ट्रक में कार भिड़ी, 4 की मौत हो गई। 1 जुलाई को बिहड़ा के पास खड़े ट्रक में टकराने से भदोही के युवक की मौत हो गई.

140 अनफिट स्कूल बस

शहर की सड़कों पर अनफिट वाहनों में अनसेफ सफर करने के लिए स्कूली बच्चे भी मजबूर हैं, जिसमें स्कूल बस और वैन शामिल हैं। साथ ही इससे कई गुना अधिक स्कूली वाहन हैं, जिनका परमिट और फिटनेस खत्म हो गया है। वाराणसी जिले में अनफिट वाहनों की संख्या करीब 140 है, जबकि 73 वाहनों का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में अनफिट व परमिट खत्म वाले वाहन दौड़ रहे हैं।

ढाई साल में 15 हजार चालान

जिले में बीते ढाई साल में गलत दिशा में वाहन चलाने के कारण 15 हजार से अधिक लोगों के चालान किए गए। इसके बावजूद लोग सुधर नहीं रहे। लगातार गलत दिशा में वाहन दौड़ाकर अपना और बाकी लोगों का जीवन खतरें में डाल रहे हैं। यातायात पुलिस के अनुसार वर्ष 2021 की तुलना में उल्टी दिशा में वाहन चलाने के कारण चालान की संख्या बढ़ी है।

गलत दिशा में चलने से हुए हादसे

जून 2023 : मिर्जामुराद के रूपापुर गांव के सामने गलत लेन से आ रहे ट्रैक्टर की चपेट में आने से बाइक सवार मानवेंद्र सिंह व अंशु गंभीर रूप से घायल हो गये।

फरवरी 2023 : विश्वसुंदरी पुल के समीप ट्रक ने गलत दिशा में आ रही श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली सहित तीन वाहनों को टक्कर मार दी थी।

अगस्त 2022 : लठियां चौराहे के पास गलत दिशा में जा रही बाइक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गई। चौर (कपसेठी) निवासी फूलचंद की पत्नी फूलदेई की मौत हो गई.

जून 2021 : गलत दिशा से आ रही पिकअप ने मिर्जामुराद थाने पर तैनात सिपाही राधेश्याम यादव (44 साल) की जान ले ली। वह भोर में एनएच पर जाम हटवा रहे थे.

ये बनारसियों की आदतें

- एनएच, रिंग रोड, जीटी रोड, सर्विस लेन पर गलत दिशा से वाहनों का चलना

- शहर के भीतर चौकाघाट ओवरब्रिज, कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर, ककरमत्ता फ्लाईओवर पर गलत दिशा से चलना

- शहर में तय मानक 20 से 30 किमी प्रति घंटा से अधिक रफ्तार से चलना

- एनएच, रिंग रोड, जीटी रोड, सर्विस लेन किनारे वाहनों को खड़ा किया जाना

यातायात नियमों को तोडऩे, गलत दिशा से वाहन चलाने से हादसे होते हैं। विभाग की ओर से गलत दिशा से चलने वालों पर कड़ाई बरती जाएगी। लोग खुद भी सचेत हों.

प्रबल प्रताप सिंह, डीसीपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive