म्यूजियम में डिजिटली संजोया जाएगा संत रविदास का जन्म जीवन और ज्ञान 24 करोड़ की लागत से 7 एकड़ एरिया में म्यूजियम बनाने का कार्य शुरू


वाराणसी (ब्यूरो)संत रविदास की जन्मस्थली सीर अब और भी डिजिटली हाईटेक होगा। यह और कोई नहीं बल्कि टूरिज्म डिपार्टमेंट करने जा रहा है। भव्य म्यूजियम बनाने के लिए डिपार्टमेंट ने कार्य कराना शुरू कर दिया है। म्यूजियम मेंं संत रविदास की गाथा ही नहीं इंट्री करते ही उनके जीवन पर आधारित चित्र भी दिखाए जाएंगे। देश-विदेश से आने वाले यूथ संत रविदास के गाथाओं के बारे में आसानी से जान सके। 7 हेक्टेयर एरिया में म्यूजियम बनाने का कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए 24 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल चुकी है.

म्यूजियम में डिजिटल चित्र

टूरिज्म डिपार्टमेंट के उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि संग्रहालय में संत रविदास की विरासत, जीवन, शिक्षा और रचनाओं से श्रद्धालुओं को रूबरू कराएगा्र। डिजिटल चित्र और चलचित्र के माध्यम से संत रविदास के जन्म, जीवन और आध्यात्मिक संदेश के अलावा उनके गृहस्थ जीवन की जानकारी भी संग्रहालय में सहेजी जाएगी। यही नहीं संत रविदास की शिक्षा, उपदेश और रचनाओं को गैलरी में सजाया जाएगा। उन्होंने बताया कि संग्रहालय बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद कार्य शुरू कर दिया गया है.

24 करोड़ की लागत से बनेगा

सीर में जो संग्रहालय बनाया जाएगा, वह काफी हाईटेक होगा। अंदर इंट्री करते ही संत रविदास के भजन सुनाई देंगे। यही नहीं जगह-जगह संत रविदास के चित्र भी दिखाई देंगे। इसके अलावा इसमें संत के दोहे और भजन दृश्य व श्रव्य माध्यम से प्रसारित किए जाएंगे। पर्यटन विभाग को संग्रहालय और पार्क बनाने के प्रस्ताव को शासन की तरफ से मिल गई है। यहां सात हेक्टेयर में 24 करोड़ की लागत से म्यूजियम और पार्क बनेगा.

कृतियों को संरक्षित किया जाएगा

उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत ने बताया कि निदेशालय की मंजूरी के बाद कार्यदायी संस्था ने निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस संग्रहालय में संत रविदास के जन्म से लेकर निर्वाण तक की यात्रा के दर्शन होंगे। यहां संत शिरोमणि के आध्यात्मिक जीवन-दर्शन को सहेजा जाएगा। सीरगोवर्धनपुर में संत रविदास संग्रहालय में संत की कृतियों को संरक्षित किया जाएगा। 13 से अधिक गैलरी बनाई जाएंगी। उनके साहित्य भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराए जाएंगे.

पांच बड़ी गैलरी

संत के जीवन और दर्शन पर आधारित संग्रहालय में पांच बड़ी गैलरी भी बनाई जाएगी। संग्रहालय में 15वीं व 16वीं शताब्दी के दौरान होने वाले बदलाव के साथ ही संत शिरोमणि की आध्यात्मिक विरासत को भी बखूबी संजोया जाएगा, ताकि आज के जो यूथ भूल चुके हैं उनके बारे में जान सकें। संत रविदास की स्थली पर जब रैदासी आएंगे तो म्यूजियम तैयार मिलेगा.

सीर में संत रविदास की संपूर्ण जीवन यात्रा को जीवंत किया जाएगा। 24 करोड़ से सीरगोवर्धनपुर में भव्य और आधुनिक सुविधाओं से युक्त संग्रहालय का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है.

आरके रावत, उपनिदेशक, पर्यटन विभाग

Posted By: Inextlive