Varanasi: अगर किसी को खून की जरूरत होती है तो उसकी इस जरूरत को पूरा करने और बीमार को तंदरुस्त बनाने के लिए हेल्दी इंसान के खून को ही बेस्ट माना जाता है लेकिन अगर किसी जरूरतमंद को हेल्दी इंसान के बजाय किसी नशेड़ी का ब्लड चढ़ा दिया जाये तो? जायज है बीमार शख्स की तबीयत सुधरने की जगह और बिगड़ भी सकती है. हो सकता है कि मौत तक हो जाये. आप सोच रहे होंगे कि हम यहां ब्लड चढ़ाने को लेकर क्यों ऐसी बातें कर रहे हैं. ये बातें हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि मंडे की देर रात भेलूपुर पुलिस के हत्थे एक ऐसा शख्स चढ़ा जो नशेडिय़ों को तलाश उनकी नशे की लत को पूरी करने के लिए पहले उन्हें रुपयों का लालच देता था. उनके हां करने पर उनकी बॉडी से सारा ब्लड निकाल लेता था. फिर इस खून को सिटी में चल रहे अवैध ब्लड बैंक्स को सेल कर देता था और ये बल्ड बैंक्स नशेडिय़ों के इस खून को जरूरतमंदों को हाई रेट पर सेल करते थे.


खून निकालते पकड़ा गया
पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया युवक राघव प्रसाद इलाके में ही साइकिल लेकर टहलता रहता था और नशे की लत में पागल लोगों को पकडऩे के बाद उनको चंद रुपये देकर उनकी बॉडी से ब्लड निकाल लेता था। सोमवार की रात भी राघव बजरडीहा में एक नशेड़ी को कुछ रुपये देकर उसके शरीर से खून निकाल रहा था तभी वहां के लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। फिर क्या था भेलूपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने राघव को अरेस्ट कर लिया। इंस्पेक्टर भेलूपुर विपिन राय के मुताबिक राघव से पूछताछ में पता चला कि वो नशेडिय़ों का ब्लड निकालने के बाद उसे सिटी में ही अवैध रूप से संचालित कई ब्लड बैंक्स को सप्लाई कर देता था। पुलिस ने राघव के पास से सीरिंज, पाइप, दो यूनिट ब्लड, खाली पाउच बरामद किए हैं। पूछताछ में कई फर्जी ब्लड बैंकों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है। जिसके बाद भेलूपुर पुलिस ने सीएमओ को लेटर लिख फर्जी ब्लड बैंकों के खिलाफ कार्रवाई की रिक्वेस्ट की है।

Posted By: Inextlive