घाट किनारे रहने वाले काशी के केवट पहनेंगे माडर्न खादी का जैकेट खादी विभाग तेजी से तैयारियों में जुटा होगी ब्रांडिंग

वाराणसी (ब्यूरो)गांधी की खादी की चमक और बढऩे वाली है। कुर्ता, पायजामा, पैंट, शर्ट, सलवार, सूट और फैंसी कुर्ता फैशन में शुमार होने के बाद अब गंगा की लहरों पर खादी का जलवा देखनेे को मिलेगा। काशी के घाट किनारे रहने वाले केवट अब खादी का जैकेट पहनकर न सिर्फ टूरिस्टों को बोटिंग कराएंगे बल्कि इससे खादी का भी प्रमोशन होगा। इसके लिए खादी डिपार्टमेंट घाट किनारे जितने भी केवट रहते हैं सभी माडर्न खादी का जैकेट पहनाएंगे। इसके लिए खादी विभाग काफी तेजी से तैयारियों में जुट गया है.

कोरोना में बढ़ी खादी की चमक

खादी वस्त्रों की चमक पर दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं। कोरोना काल में लोकल फॉर वोकल का नारा बुलंद किया तो इसका असर भी दिखाई पड़ा। एक ओर जहां तमाम उद्योग धंधे इस दौरान मंदी की चपेट में थे, वहीं अपनी खादी विषम हालात में भी खूब चमकी। लोकल फॉर वोकल के नारे से खादी के फैशन का जलवा जबरदस्त छा गया। इसके बाद खादी वस्त्रों के ब्रांडिंग के लिए खादी डिपार्टमेंट ने घाट किनारे रहने वाले केवट को चुना हैं.

पांच सौ केवट को मिलेगी जैकेट

खादी डिपार्टमेंट के अफसरों की मानें तो घाट किनारे रहने वाले केवट की सूची तैयार की जाएगी। इसके लिए जल्द ही विभाग अफसरों को लगाएगा। सभी केवट के नामों की सूची तैयार होने के बाद खादी का जैकेट तैयार किया जाएगा। इसके बाद सभी वितरण किया जाएगा.

वाटरप्रूफ होगा खादी का जैकेट

अभी तक लोग खादी के कुर्ता, पायजामा, सदरी, सलवार, सूट पहनते हैं। अब खादी का वाटरप्रूफ जैकेट तैयार किया जाएगा। इस जैकेट इतनी खूबियां रहेंगी की केवट को पहनते समय कोई दिक्कत नहीं होगा। जैकेट में मोबाइल भी रख सकते हैं इसके अलावा पेन को खोसने के लिए भी जैकेट में जगह बनाया जाएगा.

ब्रांडिंग का सबसे बड़ा माध्यम

फिलहाल खादी डिपार्टमेंट की मानें तो काशी में टूरिस्ट बड़ी संख्या में आ रहे हैं। जो भी टूरिस्ट यहां आते हैं वह घाट भ्रमण करने जरूर जाते हैं। घाट किनारे जाने के बाद बोटिंग करना नहीं भूलते हैं। बोटिंग में सबसे बड़ी भूमिका केवट की होती हैं। खादी की ब्रांडिंग के लिए केवट सबसे बड़ा माध्यम हैं। खादी का जैकेट पहनकर जब गंगा की लहरों पर टूरिस्टों को घुमाएंगे तो खादी वस्त्रों का प्रमोशन होगा.

सौ करोड़ की सब्सिडी

खादी आयोग दूर दराज के क्षेत्रों में काफी कार्य किया जा रहा हैं। कारीगरों को उनके द्वार पर कम लागत में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा हैं। उन्हें इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा हैं। खादी के साथ लोग जुड़े सके इसके लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं उत्तराखंड के कुल 3223 लाभार्थियों को 100.29 करोड़ सब्सिडी का डिजिटल वितरण किया गया.

खादी वस्त्रों की चमक दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। इसके लिए खादी आयोग पर डे आधुनिक तरीके से खादी वस्त्रों की ब्रांडिंग की जा रही हैं। जल्द की काशी के केवट को खादी के जैकेट से लैस किया जाएगा। काशी के केवट सबसे ज्यादा टूरिस्टों के बीच रहते हैं। इसके लिए योजना तैयार कर ली गयी हैं। जल्द ही केवट को खादी का जैकेट पहनाया जाएगा। खादी के फिल्ड में कतिन बुनकर अधिक से अधिक रोजगार कर सके। इसके लिए सौ करोड़ की सब्सिडी भी वितरण किया गया.

मनोज कुमार, चेयरमैन, खादी ग्रामोद्योग आयोग

Posted By: Inextlive