चुनाव आयोग के फरमान की आड़ में पुलिस द्वारा व्यापारियों के उत्पीडऩ के विरोध में सोमवार को शहर के व्यापारी पूरी तरह लामबंद दिखे. इसका असर रहा कि 'बनारस बंदÓ लगभग पूरी तरह सफल रहा. शहर की तकरीबन हर थोक मंडी पूरी तरह बंद रही वहीं फुटकर में भी 90-95 परसेंट तक बंदी का असर देखने को मिला. विभिन्न व्यापारिक संगठनों की ओर से प्रस्तावित इस बंद से तकरीबन 200 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित होने का अनुमान है.


VARANASI: व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखीं। अधिकतर लोगों ने दुकान के ताले को हाथ तक नहीं लगाया। वहीं कुछ लोगों ने दुकानें खोली लेकिन तभी व्यापारियों का जत्था आ धमका और उन्होंने दुकानें बंद करा दी। विश्वेश्वरगंज थोक गल्ला मंडी, सप्तसागर दवा मंडी, गोला मसाला मंडी, दालमंडी, नदेसर ऑटो पाट्र्स मार्केट, छत्तातले, काशीपुरा, रेशम कटरा, भैरोनाथ, मलदहिया, गोदौलिया, चौक, मैदागिन, पाण्डेयपुर, लंका, सिगरा से लगायत शहर के अधिकांश इलाके में दुकानों के शटर गिरे दिखे।घूमे और बंद कराया
विभिन्न व्यापारिक संगठन के कार्यकर्ता दिन भर शहर में चक्रमण करते रहे। व्यापारियों ने बंदी को सफल बनाने के लिए पहले ही तैयारी कर ली थी। अलग-अलग इलाकों के लिए टीम का गठन किया गया था। जो दिन भर शहर में घूमे और दुकानों को बंद कराया। श्री काशी व्यापार प्रतिनिधि महामण्डल के कार्यकर्ता हड़हा सराय, लक्खी चौतरा, कुंजगली, बुलानाला, मैदागिन, विश्वेश्वरगंज, चौक, गोदौलिया आदि इलाकों में घूमे और दुकानों को बंद कराया। पाण्डेयपुर व्यापार मंडल के कार्यकताओं ने भी जुलूस निकाल कर व्यापारियों से बंद में शामिल होने का निवेदन किया। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के  कार्यकर्ताओं ने व्यापार रथ पर सवार होकर लोगों से बंदी को सफल बनाने कीे अपील की। वाराणसी व्यापार मंडल के कार्यकर्ता भी शहर में बंद को सफल बनाने के लिए दुकानें बंद कराने में लगे रहे। पहली खरीदारी में खलल खरमास के बाद शुभ कार्यों की शुरुआत हो गई। लगन की खरीदारी का आज पहला दिन था। लेकिन बनारस बंद ने पहली खरीदारी में खलल डाल दिया। बहुत से लोगों ने शादियों के लिए खरीदारी की शुरुआत आज से करने का मन बनाया था वे मायूस हुए। कपड़े की दुकानों से लेकर सर्राफा मंडी तक हर जगह बंदी का असर दिखाई दिया। बड़े शोरूम खुले रहे बनारस बंद में बडे ब्रैंड के शोरूम अछूते रहे। कुछ शोरूम संचालकों ने अपनी दुकानें बंद रखी लेकिन अधिकतर दुकानों के शटर खुले दिखे। सिगरा, भेलूपुर स्थित विभिन्न शोरूम्स रोज की तरह ही खुले.  लेकिन वहां रोज की अपेक्षा कस्टसर्म की संख्या बहुत कम रही।दवा की दुकानों पर असर नहीं बंदी से शहर की दवा की दुकानें मुक्त रही। लंका, कबीरचौरा, लक्सा, लहुराबीर, सोनिया, अर्दली बाजार इलाकों में दवा की दुकानें रोज की तरह खुलीं। आवश्यक सेवा होने के चलते दवा की दुकानों को बंदी से मुक्त रखा गया था। पेट्रोल पंप भी रहे बंद


बनारस बंद में पेट्रोल पंप भी शामिल हुए। अधिकतर पेट्रोल पंप संचालकों ने अपने पंप बंद रखे वहीं कुछ पेट्रोल पंप वालों ने रोज की तरह ही पेट्रोल और डीजल का वितरण किया। पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के सेक्रेटरी विनोद सिंह के मुताबिक उनके एसोसिएशन में 100 पेट्रोल पंप रजिस्टर्ड हैं। अधिकतर ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। जो पेट्रोल पंप खुले थे वहां लोगों की लंबी लाइन लगी दिखी। व्यापार में कितना असर दवा मंडी- 2 करोड़विश्वेश्वरगंज गल्ला मंडी- 50 करोड़पेट्रोल पंप- 2 करोड़सर्राफा- 70 करोड़ गोला मसाला मंडी- 10 करोड़साड़ी व्यापार- 3 करोड़दालमंडी, हड़हा- 5 करोड़(आंकड़े संबधित व्यापारिक संगठनों से मिली जानकारी पर आधारित हैं.)

Posted By: Inextlive